Last Updated: Sunday, February 10, 2013, 18:48
नई दिल्ली : चीन के साथ जल से जुड़े मुद्दों के निपटारे के लिए भारत ने एक द्विपक्षीय तंत्र का प्रस्ताव किया है। भारत एक अहम कदम के तहत चीन पर एक जल आयोग गठित करने या अंतर सरकारी वार्ता करने या दोनों देशों के बीच जल से जुड़े मुद्दों के निपटारे के लिए एक संधि करने पर दबाव डाल रहा है।
तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर तीन और बांधों के निर्माण को मंजूरी देने के चीन के कदम के मद्देनजर ऐसा किया गया है। इसके अलावा एक बांध का निर्माण भारत को कोई सूचना दिये बगैर किया जा रहा है।
चीन के कदम के बाद एक उच्च स्तरीय अंतर मंत्रालयी समिति के सदस्यों ने हालात का जायजा लेने के लिए यहां एक बैठक की और इसे चीन के समक्ष उठाने का फैसला किया। समिति के सदस्यों में विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, अंतरिक्ष विभाग के सदस्य शामिल हैं।
यह मुद्दा एक बार फिर से उठा जब चीनी दूतावास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने निर्माण प्रस्तावों पर ब्योरा देने के लिए विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की। सूत्रों ने बताया, ‘‘चूंकि यह मुद्दा (द्विपक्षीय तंत्र का) पहले भी चर्चा का हिस्सा था इसलिए बीजिंग के हालिया कदम ने इस विषय को आगे बढ़ाया है। भारत और पाकिस्तान के बीच जल मुद्दों का निपटारा करने वाले तंत्र की तर्ज पर भारत और चीन के बीच भी एक तंत्र की जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 10, 2013, 18:48