Last Updated: Tuesday, May 7, 2013, 10:45

ज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : लद्दाख में पिछले तीन सप्ताह से भारत और चीन के बीच चल रही तनातनी के समाप्त होने के एक दिन बाद भारत सरकार भले ही यह दावा कर रही है कि चीन के साथ कोई ‘सौदेबाजी’ नहीं हुई है। मगर एक रिपोर्ट के मुताबिक
नई दिल्ली ने इस बात पर समझौता किया है कि भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के निकट चुमार में अपने बंकर हटाएगी।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, इन बंकरों को हटाए जाने के आश्वासन के बाद ही चीनी सेना 15 अप्रैल से पहले की स्थिति में लौटने पर राजी हुई है। गौर हो कि भारतीय सेना ने एलएसी के निकट इन बंकरों को काराकोरम हाइवे पर निगरानी के लिए बनाया था। हालांकि, चीनी पक्ष किसी स्थाई ढांच के निर्माण से नाखुश था और उसे हटाने की मांग की थी। दूसरी ओर, चीन ने पुष्टि की कि ‘गतिरोध’ ‘समाप्त’ हो गया है, लेकिन उसने यह स्पष्ट नहीं किया है कि उस क्षेत्र में 15 अप्रैल से पहले वाली यथा स्थिति बरकरार रखी गई है या नहीं।
रिपोर्ट के मुताबिक अब चुमार में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सेना अपने बनाए बंकरों को हटाएगी। चीन के साथ गतिरोध को खत्म करने में शामिल सुरक्षा बलों के करीबी सूत्रों और वैसे स्थानीय लोग जो वहां की भौगोलिक स्थिति करीब से जानते हैं, उन्होंने बताया कि चीनी सेना लद्दाख के देपसांग से तब गई जब भारतीय सेना चुमार से बंकर नष्ट करने के लिए राजी हुई। भारतीय सैनिक रोज चुमार पोस्ट से बंकर तक गश्त लगाते थे। अचानक भारतीय सैनिक गश्ती के दौरान भारतीय सीमा में 19 किलोमीटर अंदर चीनी सैनिकों के टेंट देखकर हैरान रह गए। चीन ने शर्त रखी थी कि भारत पूर्वी लद्दाख में स्थायी निर्माण का काम बंद करे। इस शर्त पर ही चीन सीमा पर 15 अप्रैल से पहले की स्थिति बहाल करने के लिए राजी था।
चीन पहले ही भारत की ओर से दौलताबेग ओल्डी, फुक्चे और न्योमा में कराए जा रहे निर्माण कार्यों पर आपत्ति जता चुका है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर पिछले चार-पांच सालों से भारत द्वारा आधारभूत ढांचा विकसित करने को लेकर चीन असहज था। चीन के साथ बीते महीने जब दूसरी बार फ्लैग मीटिंग हुई थी, उस समय भी चीन ने चुमार पोस्ट पर आपत्ति जताते हुए इसे नष्ट करने की मांग की थी।
उधर, चीन ने पुष्टि की कि ‘गतिरोध’ ‘समाप्त’ हो गया है, लेकिन उसने यह स्पष्ट नहीं किया है कि उस क्षेत्र में 15 अप्रैल से पहले वाली यथा स्थिति बरकरार रखी गई है या नहीं।
First Published: Tuesday, May 7, 2013, 10:45