Last Updated: Friday, April 26, 2013, 17:38

लखनऊ: लद्दाख में भारतीय सीमा में चीनी घुसपैठ के मामले से निपटने में केन्द्र सरकार पर कमजोरी दिखाने का आरोप लगाते हुए पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सरकार को धोखेबाज चीन से बातचीत का रास्ता छोडकर चीनी सैनिकों को अपनी जमीन से खदेडकर बाहर करना चाहिए। समाजवादी पार्टी के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में यादव ने कहा कि मैं दस साल से धोखेबाज चीनियों की तरफ से लगातार सीमा पर संकट की बात कहकर केन्द्र सरकार को आगाह करता आ रहा हूं।
मगर मेरी इस बात पर किसी ने गौर नहीं किया और अंतत: 10-12 किमी की भारतीय जमीन पर चीनियों ने कब्जा कर लिया। हमारी केन्द्र सरकार धोखेबाजों से बातचीत के जरिये रास्ता खोज रही है। सपा प्रमुख ने तल्ख शब्दों में कहा कि हमारी हिम्मत नहीं कि कब्जा की गयी जमीन को आसानी से छुड़वा ले और कहा कि जब हमारा मंत्री हाथ जोडकर कब्जा की गयी जमीन को छोडने की बात करेगा तो इससे कोई लाभ भी नहीं होगा। यादव ने कहा, ‘‘इतिहास इस बात का साक्षी है कि चीन धोखेबाज है, वह जब कमजोर होगा तो छिपकर कर बैठ जायेगा और जब मजबूत होगा तो हमला करेगा। बेहतर होगा कि उसको उसकी ही भाषा में जवाब दिया जाये।
मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया कि चीन द्वारा कब्जा की गयी जमीन के मुद्दे पर हम केन्द्र सरकार कमजोरी दिखा रहे हैं। देश की रक्षा और सुरक्षा हमारा पहला कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि चीन नेपाल तक पहुंच चुका है और श्रीलंका में दखल देकर उसको भी अपने साथ कर लिया है। इस प्रकार उसने भारत की सीमा को घेर लिया है। उन्होंने दावा किया कि हिन्दुस्तान ही चीन का निशाना है, क्योंकि विश्व पर कब्जा करने के लिए भारत को वह अपनी सबसे बडी बाधा मानता है।
उन्होंने केन्द्रीय रक्षा और विदेश मंत्री को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चीन ने हमारी 10-12 किमी जमीन पर कब्जा कर लिया और हमारे देश की सीबीआई, रॉ, आईबी क्या कर रही थी, जो हमें इसकी भनक तक न लग सकी।
उन्होंने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम पिछले दस वर्ष से सीमाओं पर खतरे की बात सार्वजनिक रुप से और संसद में भी उठाते आ रहे है। लेकिन इस मुद्दे को केन्द्र सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 26, 2013, 17:38