Last Updated: Sunday, February 12, 2012, 13:38

लखनऊ : राज्यसभा में भाजपा और प्रतिपक्ष के नेता अरूण जेटली ने कांग्रेस पार्टी पर सोची समझी साजिश के तहत उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सांप्रदायीकरण का आरोप लगाया है।
जेटली ने कहा, मेरे पास यह निष्कर्ष निकालने के कारण है कि कांग्रेस सोची समझी साजिश के तहत उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को सांप्रदायिक रंग देना चाहती है। उन्हें लगता है कि जैसे-जैसे यह रंग चढता जाएगा, वह चुनाव में मिलने वाली शर्मनाक हार से उतना बच सकेंगे।
उन्होंने कहा, मगर कांग्रेस को इस बात का एहसास होना चाहिये कि हर व्यक्ति के पास एक वोट है और कांग्रेस जो कर रही है उसकी प्रतिक्रिया उसके लिए महंगी पड़ सकती है। जेटली ने केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की गुहार को अभूतपूर्व घटना बताते हुए कहा कि मुसलमानों को आरक्षण की घोषणा के बारे में आयोग की सख्त टिप्पणी के बाद खुर्शीद का व्यवहार उसकी खुली अवहेलना का था।
उन्होंने कहा, उनका (खुर्शीद का) यह कहना कि चुनाव आयोग उन्हें फांसी भले ही लगा दे वह अल्पसंख्यकों के आरक्षण की घोषणा करना बंद नहीं करेंगे, आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है और जनतंत्र में, किसी कानून मंत्री के इस गैर कानूनी व्यवहार के लिए कोई स्थान नहीं है।
जेटली ने कहा कि सवाल उठता है कि जो हो रहा है वह किसी एक व्यक्ति की हठधर्मिता है अथवा कांग्रेस की सोची समझी साजिश है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का प्रचार हवा हवाई है और उसके पीछे कोई आधार नहीं है, वह हताश है इसीलिए चुनाव पर सांप्रदायिकता का रंग चढाने में लगी है।
जेटली ने कहा कि पिछले दिनों जयपुर के साहित्य समारोह में लेखक सलमान रूशदी को भारत आने से रोका गया, यह इस बात का स्पष्ट संकेत था कि कांग्रेस सरकार ने कट्रटरपंथियों के सामने घुटने टेक दिये हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव के मौके पर दो नेताओं को कट्टरपंथी लाइन पकड़ कर अभियान चलाने को कहा है।
जेटली ने कहा, मैं प्रधानमंत्री से यह अपील करना चाहता हूं कि वे ऐसी गलत परम्परा न पड़ने दें कि चुनाव के दौरान कानून मंत्री ही सबसे बड़ा कानून तोड़ने वाला बन जाए। उन्होंने कहा, मंत्री ने कानून तोड़ा है और संवैधनिक संस्था के अवमानना की है। प्रधानमंत्री को चाहिये कि वह राष्ट्रपति से उन्हें मंत्रिपरिषद से हटाने की संस्तुति करके एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करें। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 12, 2012, 19:48