Last Updated: Thursday, April 5, 2012, 03:45
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी महासचिव राहुल गांधी ने गुरुवार को चुनाव नतीजों की समीक्षा बैठक की। हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को समीक्षा बैठक के बारे में ज्यादा कुछ बताने से इनकार कर दिया।
गौर हो कि यह बैठक यूपी चुनाव में मिली हार पर संदर्भित थी। समीक्षा को पार्टी का अंदरुनी मसला बताकर इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई। वैसे कहा जा रहा है कि आज की बैठक में राहुल गांधी के तेवरों से पार्टी में हड़कंप है। कांग्रेस पूरी तरह कमर कसने की तैयारी में जुट गई है। सूत्रों के अनुसार, यूपी के कुछ मंत्री निशाने पर आ सकते हैं।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि दो दिवसीय बैठक के पहले दिन राहुल गांधी ने पार्टी के उन पराजित प्रत्याशियों से मुलाकात कर बातचीत की, जिन्होंने चुनाव में 20 हजार या उससे ज्यादा वोट हासिल किए थे।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस समीक्षा बैठक के बहाने राहुल गांधी 2014 की चुनावी जंग की तैयारी शुरू करने जा रहे हैं। राहुल अब यूपी में जीते विधायकों और हारे प्रत्याशियों के सहारे प्रदेश के लोकसभा चुनावों में पार्टी की नैया को पार लगाने का दांव खेलने की जुगत भिड़ाएंगें। 5 और 6 अप्रैल को दिल्ली में बुलाई गई बैठक में राहुल गांधी उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व परिवर्तन को लेकर भी विधायकों और हारे प्रत्याशियों से चर्चा कर अंजाम तक पहुंचने की कोशिश करेंगे।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर ज़ी न्यूज को बताया कि राहुल गांधी का मानना है कि जिन उम्मीदवारों ने 20 हजार के लगभग वोट हासिल किए हैं उन लोगों को मिशन-2014 की जंग के लिए फिर से तैयार किया जाए तो कुछ अच्छे रिजल्ट सामने आ सकते हैं। सूबे में 20 हजार वोटों से हारने वाले प्रत्याशियों की संख्या लगभग 139 है। जीते 28 विधायकों को भी लोकसभा चुनावों की कमान देने का मन राहुल ने बनाया है।
First Published: Thursday, April 5, 2012, 22:12