Last Updated: Sunday, November 27, 2011, 11:50
मिदनापुर : सुरक्षा बलों के हाथों मारे गए शीर्ष माओवादी नेता किशनजी को पश्चिमी मिदनापुर में मुठभेड़ के दौरान छह बार गोली मारी गई और उसके शरीर पर र्छे के दो घाव थे।
उसके शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि उसकी ठुड्डी माथे सीने और शरीर के अन्य हिस्सों में गोली लगी थी। उन्होंने बताया कि एक गोली करीब 50 मीटर दूरी से दागी गई थी।
फॉरेन्सिक विशेषज्ञों के एक दल ने पाया कि उसके हाथों में कुछ बारूद पाया गया जिससे लगता है कि बृहस्पतिवार को बुरीसोल के जंगल में मुठभेड़ के दौरान वह अपने बचाव के लिए हथियार का इस्तेमाल कर रहा था।
किशनजी के शव की शिनाख्त उसकी भतीजी दीपा राव ने मिदनापुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मुर्दाघर में की। उसके शव को आन्ध्र प्रदेश में उसके पैत्रक निवास भेजने से पहले वहां से कोलकाता भेजा गया।
तेलुगू कवि और माओवादियों से सहानुभूति रखने वाले वारवरा राव ने दावा किया कि किशनजी फर्जी मुठभेड़ में मारा गया। पश्चिम बंगाल सरकार ने मामले की जांच का काम सीआईडी को सौंपा है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, November 27, 2011, 18:24