Last Updated: Tuesday, June 11, 2013, 16:49
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: एक अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक अपनी पार्टी से नाराज चल रहे बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी के तीन प्रमुख पदों से इस्तीफे से पहले सामने तीन शर्तें रखी थी। लेकिन पार्टी ने उनकी तीनों शर्तों को मानने से इंकार कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक आडवाणी ने रविवार को ही अपना इस्तीफा पत्र तैयार कर लिया था। आडवाणी ने पार्टी के समक्ष जो तीन शर्ते रखी थी उनमें खुद को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग भी शामिल थी। खबर के मुताबिक आडवाणी का कहना था कि अगर एनडीए वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में सत्ता में आती है तो उन्हें कम-से-कम छह महीने तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहने दिया जाए। आडवाणी का कहना था कि पार्टी में उन्होंने जो योगदान दिया है,उस नाते उनका इस पद पर हक बनता है।
आडवाणी की दूसरी शर्त थी कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाने की बजाय संयोजक बनाया जाए। तीसरी शर्त यह थी कि अगर मोदी को चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाया जाता है तो नरेंद्र मोदी उन्हें रिपोर्ट करेंगे। लेकिन उनकी ये शर्तें पार्टी को नागवार गुजरी लिहाजा आडवाणी ने इस्तीफा का रास्ता चुना और पार्टी में ऐसा कर भूचाल ला दिया।
First Published: Tuesday, June 11, 2013, 16:11