Last Updated: Thursday, October 11, 2012, 00:23
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज सीबीआई को सलाह दी कि वह जटिल मामलों से निपटते समय पेशेवरों की विशेषज्ञता का इस्तेमाल करे ताकि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके। सिंह ने कहा कि आर्थिक विकास और वैश्वीकरण के साथ ही भ्रष्ट गतिविधियों के लिए नये तरीके अपनाये जा रहे हैं और भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसियों को इन घटनाक्रमों के साथ तालमेल रखने में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने यहां सीबीआई और राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक इकाइयों के वाषिर्क सम्मेलन में कहा, ‘इन 20 वर्षों में उन जिम्मेदारियों में कई गुना वृद्धि हुई है जिसकी हमारी भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसियों से निभाने की उम्मीद की जाती है, उनका दायरा भी बढ़ा है और क्या मुझे यह कहना चाहिए कि यह और अधिक जटिल और अधिक विशेषीकृत हो गया है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्र ऐसे विकास के मॉडल को अपना रहे हैं जो तेजी से और अधिक जटिल होता जा रहा है।
मनमोहन ने कहा, ‘इसलिए आर्थिक नीति निर्माण और क्रियान्वयन में शामिल जटिलताओं की मजबूत पकड़ के बिना कई मामलों में जांच एजेंसियों के लिए सही निष्कर्ष पर पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।’ उन्होंने सीबीआई को भ्रष्टाचार के नये तरीकों से मेल खाते कौशल और तकनीक का उन्नयन करने की सलाह देते हुए कहा, ‘मैं सीबीआई से कहूंगा कि वे पेशवरों की मदद लेने में संकोच नहीं करें जिनके पास विशेषज्ञता होती है तथा जो उन्हें जटिल मुद्दों की निष्पक्ष जांच में मदद कर सकते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘आर्थिक अपराधों पर विशेष ध्यान देते हुए स्थापित संस्थानों का अधिक व्यापक आधार होना चाहिए तथा यह केवल पुलिस पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों तक ही सीमित नहीं होना चाहिए। इस संबंध में खुला दिमाग हमारी जांचों की विश्वसनीयता और अपराध सिद्धि की दर बढ़ाने मदद कर सकता है।’ कार्मिक एवं प्रशिक्षण राज्य मंत्री वी नारायणसामी ने कहा कि आर्थिक विकास के साथ ही असमाजिक तत्वों के इरादों को विफल करने के लिए चौकन्ना रहने की आवश्यकता है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 11, 2012, 00:23