Last Updated: Saturday, January 5, 2013, 22:23

नई दिल्ली : पिछले महीने दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की शिकार लड़की के मित्र और चश्मदीद गवाह से बातचीत को प्रसारित करने वाले समाचार चैनल के विरुद्ध पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए भाजपा ने इसे जनता की आवाज बंद करने और प्रेस की आज़ादी पर हमला बताया है।
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर कहा, ‘चैनल के खिलाफ मामला दर्ज करके दिल्ली पुलिस नागरिकों की आवाज नहीं बंद कर सकती है। जनता को सच्चाई जानने का हक है।’ पार्टी के प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संबंधित चैनल के खिलाफ मामला दर्ज करने की दिल्ली पुलिस की घोषणा ‘ऐसा आचरण है जिसे किसी तरह भी स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह प्रेस की आज़ादी पर भी हमला है।’ पीड़ित लड़की और उसके मित्र को अस्पताल पंहुचाने में बेवजह की देरी करने के लिए उन्होंने पुलिस की आलोचना की।
भाजपा के निलंबित सदस्य और सांसद राम जेठमलानी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार की इसलिए आलोचना की कि उन्होंने पीड़ितों के साथ पुलिस के इस व्यवहार की जांच नहीं करवाई और अस्पताल पंहुचाने में हुए विलंब की जवाबदेही तय नहीं की। उन्होंने कहा कि यह खेद की बात है कि पीड़ित लडकी के मित्र के बताए जाने पर पुलिस के इस आचरण पर से पर्दा हटा है जबकि ‘हमें मालूम होना चाहिए था कि क्या हुआ, पुलिस आयुक्त क्या कर रहे थे, वह प्रदर्शनकारियों पर प्रहार कर रहे थे और जो किया जाना चाहिए था, उन्होंने वह नहीं किया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 5, 2013, 22:23