जनता चाहेगी तो राजनीति में भी आएंगे: अन्ना हजारे

जनता चाहेगी तो राजनीति में भी आएंगे: अन्ना हजारे

जनता चाहेगी तो राजनीति में भी आएंगे: अन्ना हजारेज़ी न्यूज ब्यूरो

नई दिल्ली: वरिष्ठ गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने साफ कर दिया है कि अगर जनता चाहेगी तो उन्हें राजनीति से भी कोई एतराज नहीं। उन्होंने एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में कहा कि देश की राजनीति पार्टियों के आचरण से तंग जनता अब विकल्प चाहती है और बड़े पैमाने पर देश की जनता जनलोकपाल की मांग कर रही है, लेकिन सरकार जनता की इस मांग को स्वीकार नहीं कर रही।


एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान अन्ना ने यह भी कहा कि वे जल्द ही जनता के बीच जाएंगे, लोगों को कांग्रेस, भाजपा, बसपा, सपा समेत सभी राजनीतिक दलों की करनी बताएंगे। उन्होंने अपनी टीम में किसी तरह की दरार से इनकार करते हुए कहा कि जन्तर मन्तर पर चल रहे टीम के अनशन को लेकर कोई मनमुटाव नहीं है। हमारा मुख्य मुद्दा अब भी जन लोकपाल है। हम चाहते हैं कि देश में एक सशक्त लोकपाल हो जिससे भ्रष्टाचार दूर हो।

अन्ना ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारा मकसद देश के भ्रष्टाचार को दूर करना है। उन्होंने कहा कि वह सरकार के खिलाफ बोलते है वह भी एक प्रकार की हिंसा है। महात्मा गांधी के मुताबिक यह वचन से की जानेवाली हिंसा है लेकिन हम ऐसा करने के लिए मजबूर है क्योंकि हमें देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करना है। उन्होंने कहा कि टीम अन्ना मारपीट तो नहीं कर रही हैं सिर्फ सरकार को जगाना चाह रह है। उन्होंने कहा कि हम अपने मकसद से भटके नहीं है लेकिन सरकार उन वायदों को भूल रही है जो उन्होंने हमसे किए थे।

अन्ना ने कहा कि लोकपाल से देश का भ्रष्टाचार 100 फीसदी तो नहीं लेकिन हां काफी हद तक जरूर मिट जाएगा।

First Published: Friday, July 27, 2012, 11:23

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