Last Updated: Monday, November 7, 2011, 10:00
नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने सोमवार को कहा कि अन्ना हजारे अपने जन लोकपाल विधेयक को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहे हैं।
दिग्विजय ने संवाददाताओं से कहा, मुझे लगता है वह जन लोकपाल विधेयक को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहे हैं। न्यायपालिका, नौकरशाही, पुलिस और सरकार की व्यापक रणनीतियों से ही भ्रष्टाचार को हटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ कानून बना देने से किसी की मदद नहीं होगी और भ्रष्टाचार सिर्फ लोकपाल के जरिए नहीं हटाया जा सकता।
भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सरकार की ओर से अलग-अलग विधेयक लाने की बात पर हजारे के विरोध पर उन्होंने कहा, एक कानून या अलग-अलग कानून बनाने का फैसला लोकसभा करेगी। यह कहना उचित नहीं है कि जो मैं कहूंगा, वही सही है। उन्होंने हजारे के सहयोगियों को निशाना बनाए जाने के दावे पर उन्हें चुनौती दी और कहा कि हजारे उस राजनेता या दल का नाम बताएं, जिसने लोकपाल विधेयक का विरोध किया है।
दिग्विजय ने कहा कि हजारे की ओर से लोकपाल का मुद्दा उठाए जाने से काफी पहले कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इसका वादा किया था। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय सलाहकार परिषद् (एनएसी) ने जन अधिकार कार्यकर्ताओं हर्ष मंदर और अरुणा राय से इस सिलसिले में एक विधेयक का मसौदा तैयार करने को कहा था।
(एजेंसी)
First Published: Monday, November 7, 2011, 16:25