Last Updated: Sunday, December 18, 2011, 08:08
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने पिछड़े वर्ग के मुसलमानों को आरक्षण दिए जाने की मांग का समर्थन दोहराते हुए दो चार दिनों में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो जाने की संभावना जताते हुए रविवार को अपने समर्थकों से कहा कि यदि ऐसा हो जाता है तो वे उनका जन्म दिन अपने घर में ही मनाएं और अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को एक बार फिर स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में स्थापित करें।
मायावती ने रविवार को पार्टी की मुस्लिम क्षत्रिय और वैश्य रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की घोषणा दो चार दिन में हो सकती है। यदि ऐसा हो जाता है तो आप सब लोग 15 जनवरी को मेरा जन्म दिन अपने घर में ही मनाएं और विधानसभा चुनाव में पार्टी की सरकार बनवाएं। यही आप सब की तरफ से मेरे जन्म दिन का सबसे अच्छा तोहफा होगा जिसके लिए मैं आप सबको पहले से ही धन्यवाद देती हूं। उन्होंने इस मौके पर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की इस टिप्पणी की खिल्ली उड़ाई कि लखनऊ का हाथी (बसपा का चुनाव चिह्न) पैसे खाता है और कांग्रेस का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है इसीलिए उसे हाथी पैसा खाता हुआ दिख रहा है।
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी पिछड़े वर्ग के मुसलमानों को आरक्षण देने की समर्थक है और वह चाहती हैं कि इसके लिए पिछड़े वर्ग के लिए निर्धारित 27 प्रतिशत आरक्षण के कोटे को बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि बसपा मुसलमानों को अलग से कोटा दिए जाने की समर्थक है। इसके लिए संविधान में संशोधन करके उनकी आबादी के अनुपात में पिछड़े वर्ग के लिए निर्धारित 27 प्रतिशत कोटे को बढ़ाया जाए। हमारी पार्टी इसका समर्थन करेगी। मायावती ने मुसलमानों को आरक्षण के लिए राष्ट्रीय नीति बनाए जाने की मांग की और कहा कि हर प्रदेश में समान नीति लागू होनी चाहिए।
उन्होंने कांग्रेस पर मुसलमानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया और मुस्लिम समुदाय को आतंकवाद से जोड़े जाने की आलोचना की। उन्होंने कहा कि आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता इसलिए दो चार लोगों के गलत कामों के कारण पूरे समाज पर आरोप लगाना गलत है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, December 19, 2011, 08:53