'जम्मू-कश्मीर में खतरे की अनदेखी नहीं' - Zee News हिंदी

'जम्मू-कश्मीर में खतरे की अनदेखी नहीं'

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (आफस्पा) को वापस लेने की मांग के परिप्रेक्ष्य में रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने शुक्रवार को कहा कि यद्यपि हिंसा के स्तर में कमी आई है लेकिन राज्य में सीमा पार घुसपैठ के प्रयास अब भी जारी हैं और वहां पर खतरों की अनदेखी नहीं की जा सकती।

 

बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के 40 वें विजय दिवस पर एंटनी ने संवाददाताओं से कहा, ‘यद्यपि हिंसा के स्तर में काफी कमी आई लेकिन घुसपैठ के प्रयास अब भी जारी हैं। हम खतरे की अनदेखी नहीं कर सकते।’

 

मंत्री से जम्मू कश्मीर में एक वरिष्ठ मंत्री पर आतंकवादी हमले के संदर्भ में राज्य के कुछ हिस्सों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून को वापस लेने की मांगों पर टिप्पणी करने को कहा गया था।

 

एंटनी ने कहा, ‘हमें अपने सीमावर्ती इलाकों में चौबीसों घंटे चौकन्ना रहना है।’ राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों से विवादास्पद कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कैबिनेट मंत्रियों और राज्य में सुरक्षा के प्रभारी अन्य हिस्सेदारों के साथ कई बैठकें की हैं।

 

सेना राज्य से अधिनियम को वापस लेने के खिलाफ है। उसका कहना है कि इस तरह के कदम से वहां उसका अभियान प्रभावित होगा।

 

सरकार ने जम्मू कश्मीर से आफस्पा को आंशिक तौर पर वापस लेने के संबंध में फैसला करने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले एकीकृत कमान पर छोड़ दी थी। (एजेंसी)

First Published: Friday, December 16, 2011, 12:46

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