Last Updated: Sunday, October 7, 2012, 21:11
नई दिल्ली : केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश के उस बयान का व्यापक विरोध शुरू हो गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत में शौचालयों से ज्यादा मंदिर हैं जबकि मंदिरों की अपेक्षा शौचालय ज्यादा जरूरी हैं। रमेश के बयान से भड़के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रविवार को विरोध प्रदर्शन किया और शौचालयों पर उनके पोस्टर चिपका दिए। विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने तो उनके लोधी गार्डन स्थित घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
राजधानी में व्यापारियों के एक वर्ग ने रमेश के बयान के विरोध में अपनी दुकानें बंद रखी और उनसे माफी की मांग करते हुए क्षेत्र के सार्वजनिक शौचालयों पर उनके पोस्टर चिपका दिए। व्यापारियों ने रमेश के पुतले भी जलाए। बजरंग दल के दिल्ली प्रांत संयोजक शिव कुमार तथा विहिप के प्रांत संपर्क प्रमुख राजेश टाला के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने रमेश के बयान को धर्म विरोधी करार दिया और चेतावनी दी कि यदि उन्होंने इस बारे में माफी नहीं मांगी तो उन्हें इसका परिणाम भुगतना ही होगा।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रविवार दोपहर रमेश के लोधी गार्डन स्थित राजेश पायलट मार्ग निवास पर एकत्रित हुए तथा घर के बाहर सुलभ शौचालय का बैनर लगा कर मंदिरों व अन्य हिंदू प्रतीकों का अपमान करने वाले के खिलाफ नारेबाजी की। कार्यकर्ता अपने हाथों में तख्ती तथा झंडे लिए हुए थे। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि मंदिरों की तुलना टायलेट से करने बाले मंत्री जी की बुद्धि सठिया गई है अत: अब वे इस काबिल नहीं रहे।
विहिप व बजरंग दल के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि आज का यह प्रदर्शन सिर्फ एक संकेत था किन्तु यदि रमेश मांफी नहीं मांगते तो हिन्दू समाज चुप नहीं बैठेगा तथा केन्द्रीय मंत्रियों व कांग्रेस के नेताओं द्वारा बार-बार हिन्दू प्रतीकों के अपमान के लिए उचित उत्तर देगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 7, 2012, 21:11