Last Updated: Friday, March 2, 2012, 16:13
तिरुवनंतपुरम : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष जी. माधवन नायर ने शुक्रवार को एक बार फिर विवादास्पद एंट्रिक्स सौदे में कुछ भी गलत नहीं करने की बात दोहराते हुए कहा कि वह जांच के लिए तैयार हैं। नायर ने पत्रकरों को कहा, 'मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। अगर जांच का आदेश दिया जाता है, तो मैं उसमें बेदाग मिलूंगा। लेकिन जांच तकनीकी लोगों और सरकारी प्रक्रियाओं के जानकारों से कराई जानी चाहिए।'
जनवरी में उन्हें और तीन अन्य वैज्ञानिकों को सरकारी पदों पर आसानी होने से वंचित किए जाने के बाद माधवन पहली बार मीडिया से मुखाबित हुए। उन्होंने कहा, 'उनके पक्ष को नहीं सुना गया।' नायर और तीन अन्य लोगों पर सौदे में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया है। जब उनसे 1990 के दशक में इसरो जासूसी कांड का हवाला देते हुए पूछा गया कि क्या वह कानून का सहारा लेंगे तो उन्होंने कहा, 'इसरो का एक पूर्व वैज्ञानिक अदालत में गया था। कई वर्षो बाद उसने मुकदमा जीता और उसे मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपये देने के आदेश दिए गए। लेकिन उसे अब भी रकम प्राप्त करनी है।'
नायर ने बताया कि वैज्ञानिक समुदाय इस घटना से दुखी है। कई सारे वैज्ञानिक अनुसंधान कार्यो में हिस्सा नहीं लेना चाहते क्योंकि वे जानते हैं कि चीजे उनके विपरित हो सकती है। उन्होंने कहा, 'मुझे बच्चों से बातचीत करना बहुत पसंद है। मैंने इसे नियमित रूप से करना शुरू कर दिया है। मैं उनमें एक वैज्ञानिक सोच पैदा करना चाहता हूं।'
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 2, 2012, 21:43