Last Updated: Saturday, March 3, 2012, 04:03
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी अहमदाबाद : गुजरात दंगों पर आधारित एसआईटी रिपोर्ट पर पूरा फैसला 15 मार्च को पूरी रिपोर्ट आने के बाद होगा। इस बीच यह साफ हो गया है कि गुलबर्ग सोसायटी केस में जाकिया जाफरी को एसआईटी की रिपोर्ट अभी नहीं सौंपी जाएगी।
गौरतलब है कि जकिया कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी हैं। वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के दौरान एहसान की मौत हो गई थी। एसआईटी ने जकिया की शिकायत पर अदालत को बंद लिफाफे में अंतिम रिपोर्ट सौंपी थी। जकिया की शिकायत में 2002 के दंगों में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, अन्य शीर्ष नेताओं, पुलिस अधिकारियों और नौकरशाहों के संलिप्त होने का आरोप लगाया गया था। जकिया के वकीलों ने दलील दी कि रिपोर्ट को खोलने के अनुरोध का विरोध करने का एसआईटी को कोई अधिकार नहीं है क्योंकि अदालत को सौंपे जाने के बाद यह रिपोर्ट एक सरकारी दस्तावेज बन गया है।
जकिया के वकीलों ने कहा कि वे इस बात को नहीं समझ सकें कि अभियोजन (एसआईटी) उनकी अर्जी का विरोध क्यों कर रहा है जबकि यह एसआईटी की ड्यूटी है कि वह असली गुनहगारों के खिलाफ मामला दर्ज करे। वहीं, एसआईटी के वकील आरएस जमौर ने अर्जी का विरोध करते हुए कहा कि उसने एक पूर्ण रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
First Published: Saturday, March 3, 2012, 23:54