जातीय उन्माद को बढ़ावा दे रहीं मायावती: सपा

जातीय उन्माद को बढ़ावा दे रहीं मायावती: सपा

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) ने गुरुवार को कहा कि जनता के बीच अपनी साख खोने के बाद अब बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भाईचारा बनाओ के नाम पर जातीय उन्माद को हवा देने में लग गई हैं। कैबिनेट मंत्री एवं सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा कि मायावती का एकमात्र लक्ष्य सत्ता और उसका दुरूपयोग करना भर रह गया है। राजनीति उनके लिए जनसेवा का माध्यम नहीं है। उसका वह अनापशनाप संपत्ति बटोरने और प्रशासन व्यवस्था को तोड़ने-मरोड़ने में ही करती रही हैं।

चौधरी ने कहा कि देश की राजनीति में बसपा एक ऐसी पार्टी है जिसकी न तो अपनी कोई नीति है और न ही घोषणा पत्र है। पार्टी का घोषणा पत्र जनता से किए गए वायदों का शपथपत्र होता है। सरकार बनने पर उसी के आधार पर जवाबदेही बनती है। लेकिन बसपा किसी के प्रति जवाबदेह पार्टी नहीं है। वहां सिर्फ एक नेता, उसकी बात ही संविधान और घोषणापत्र है। उन्होंने कहा कि भाईचारा की बात करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में समाज के किसी भी वर्ग को अपमानित करने से नहीं छोड़ा। जिस किसी ने असहमति का हल्का स्वर भी उठाया उस पर लाठी डंडे बरसाए गए।

2007 के विधानसभा चुनाव की तर्ज पर फिर से ब्राह्मण समाज को जोड़ने की कयावद में जुटी मायावती पर निशाना साधते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा कि ब्राह्मण मायावती के राज में बुरी तरह प्रताड़ित हुए। उन्हें बसपा में दोयम दर्जे में रखा गया है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, April 18, 2013, 23:49

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