Last Updated: Sunday, October 14, 2012, 16:49

कानपुर : केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल आज दोपहर एक कालेज के सेमीनार में उस समय हक्का बक्का रह गये जब उस कालेज की महिला प्रिसिंपल ने उनकी मौजूदगी में मंच से कहा कि अगर प्रशासन से उन्हें इंसाफ न मिला तो वह आत्मदाह कर लेंगी। यह अजीबोगरीब वाक्या आज दोपहर यहां एक कालेज में आयोजित उर्दू सेमिनार “फैज और मजाज,,रूमान से इंकलाब तक’’ विषय पर आयोजित एक सेमिनार में हुआ। कानपुर के सांसद जायसवाल इस सेमीनार के मुख्य अतिथि थे। जायसवाल जब सेमिनार के बारे में अपना अध्यक्षीय भाषण खत्म कर चुके तो कालेज की प्रिसिंपल डा मीता जमाल उन्हें धन्यवाद कहने के लिये खडी हुई और धन्यवाद कहने के बाद प्रिसिंपल ने कहा कि अभी 28 सितंबर को शहर के एक प्राइवेट नसि’ग होम नें उनकी 78 साल की बुजुर्ग मां के इलाज में लापरवाही बरती जिससे उनकी मौत हो गयी । नसि’ग होम के खिलाफ लिखित शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई ।
उन्होंने आरोप लगाया कि नसि’ग होम के कर्मचारियों और डाक्टरों ने उनकी मां को मार दिया है। इसलिये अगर नर्सिंग होम पर कोई कार्रवाई न हुई तो वह आत्मदाह कर लेंगी। केन्द्रीय मंत्री की मौजूदगी में एक स्कूल की प्रिसिंपल द्वारा आत्मदाह की धमकी दिये जाने से सेमिनार हाल में सन्नाटा छा गया और लोग एक दूसरे का मुंह देखने लगे । बाद में प्रिसिंपल जमाल धन्यवाद प्रस्ताव पढ़ने के बाद मंच पर बैठीं तो जायसवाल ने उनसे कहा कि आपको स्टेज से ऐसा नहीं कहना चाहिये।
बाद में मीता जमाल ने कहा, मेरी मां विमला बाजपेयी (78) की मौत 28 सितंबर को एक प्राइवेट नसि’ग होम के डाक्टरों और कर्मचारियों की लापरवाही से हुई और नसि’ग होम वालो के खिलाफ मैने इतनी शिकायते की लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई और अगर जल्द ही कोई कार्रवाई न हुई तो हमारे सामने आत्मदाह के अलावा कोई चारा नही रहेगा। जायसवाल से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। उनसे जब केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ इंडिया अंगेस्ट करप्शन के अरविंद केजरीवाल के आरोपों के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने उसे टालते हुये कहा कि अब खुर्शीद विदेश से वापस आ गये हैं और वह खुद आरोपो का जवाब देंगे, मैं इस मामले पर कुछ भी नही बोलूंगा।
इससे पहले कार्यक्रम में जायसवाल ने कहा कि कानपुर शहर में बड़ी बड़ी उर्दू और हिन्दी की हस्तियों ने जन्म लिया है और आज हमें गर्व है कि इन हस्तियों की वजह से साहित्य जगत में कानपुर का नाम है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस देश को तरक्की के मामले में हजारो साल पीछे की ओर ले जाना चाहते है लेकिन चूंकि इस देश की युवा पीढ़ी और आम आदमी काफी जागरूक है इसलिये यह मुल्क हमेशा तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ेगा कभी तरक्की से पीछे नही हटेगा। सेमिनार में फैज और मजाज पर आयोजित संगोष्ठी में डा माहे तिलत सिददीकी, डा महलका एजाज और डा मीता जमाल ने भी अपने विचार रखे और फैज और मजाज के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 14, 2012, 16:35