‘जिंदाल पर कोई डोजियर पाक को नहीं सौंपा जाएगा’

‘जिंदाल पर पाक को नहीं सौंपा जाएगा कोई नया डोजियर’

‘जिंदाल पर पाक को नहीं सौंपा जाएगा कोई नया डोजियर’नई दिल्ली : परस्पर विश्वास बढाने के उद्देश्य से भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों की शुरू हुई वार्ता के बीच केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि मुंबई में 2008 के आतंकी हमले के साजिशकर्ता लश्कर-ए-तोएबा के आतंकवादी अबु जिंदाल के बारे में कोई भी नई फाइल (डोजियर) पाकिस्तान को नहीं दी जाएगी।

चिदंबरम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान के विदेश सचिव को कोई नया डोजियर देने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि उन्हें जंदल और उसकी कथित आतंकी गतिविधियों के बारे में पहले ही जानकारी दे दी गई है।

उन्होंने कहा कि विदेश सचिव रंजन मथई को जो जानकारी दी गई है, वह उसे पाकिस्तान के साथ साझा करने के लिए स्वतंत्र हैं। विदेश सचिव को जानकारी दे दी गई है। यदि वह चाहें तो उनके (पाकिस्तान के) साथ इसे साझा कर सकते हैं। चिदंबरम की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिव स्तर की वार्ता नई दिल्ली में चल रही है और संभावना व्यक्त की जा रही थी कि इस दौरान भारत जंदल के बारे में पाकिस्तान को कोई डोजियर सौंपेगा।

विदेश सचिव मथई के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान मामलों के प्रभारी संयुक्त सचिव वाईके सिन्हा और मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूददीन भी शामिल हैं। पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व वहां के विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी कर रहे हैं।

ऐसा संभव है कि वार्ता के दौरान भारत जिंदाल के पाकिस्तानी पासपोर्ट और पाकिस्तान द्वारा उसे जारी पहचान पत्र की प्रतियां पाकिस्तान को सौंप सकता है। यह पासपोर्ट जिंदाल को रियासत अली के नाम से जारी किया गया है।

उधर, भारत ने आज कहा कि यह बात पूरी तरह स्पष्ट हो चुकी है कि 2008 में मुंबई आतंकी हमले में पाकिस्तान का सरकारी अमला शामिल था और बिना उसके समर्थन के पडोसी देश में आतंकी नियंत्रण कक्ष स्थापित हो ही नहीं हो सकता था। केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि भारत को पता था कि मुंबई पर आतंकवादी हमला करने वाले अजमल आमिर कसाब और नौ अन्य आतंकवादियों को किसने प्रशिक्षित किया है। कसाब ने बताया था कि किस तरह एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया था, जहां से आतंकवादियों को निर्देश हासिल हो रहे थे।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस बात से अब इनकार नहीं किया जा सकता है कि वारदात हालांकि मुंबई में हुई लेकिन इससे पहले और वारदात के समय नियंत्रण कक्ष पाकिस्तान में काम कर रहा था। बिना सरकारी अमले के समर्थन के नियंत्रण कक्ष स्थापित हो ही नहीं सकता था।
चिदंबरम ने कहा कि कसाब से पूछताछ के बाद मिली जानकारी से साफ पता चलता है कि पाकिस्तान का सरकारी अमला मुंबई आतंकी हमले में शामिल था। अब सैयद जबीउददीन अंसारी उर्फ अबु जिंदाल के बयान से भी यही बात साबित होती है। जिंदाल को सउदी अरब से भारत लाने के बाद 21 जून को गिरफ्तार किया गया था।

उन्होंने कहा कि जिंदाल से पूछताछ के बाद स्पष्ट हो गया है कि सरकारी अमला शामिल था। अब टूटी कडियां जुड रही हैं। तस्वीर और साफ हो रही है। हमें पता लग पाया है कि कौन से लोग थे और वे लोग कहां थे।
चिदंबरम ने पाकिस्तान के इस दावे को नकार दिया कि मुंबई आतंकी हमले में उसका कोई सरकारी अमला शामिल नहीं था। उन्होंने कहा कि किसी भी संप्रभु देश को अपनी जमीन से आतंकवादी गतिविधियों के संचालन की इजाजत नहीं देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अपने देश से किसी गैर सरकारी अमले या व्यक्ति को भी पडोस के किसी देश में आतंकी गतिविधि चलाने की अनुमति नहीं दे सकते। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, July 4, 2012, 16:56

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