Last Updated: Monday, February 25, 2013, 21:49

नई दिल्ली : दिल्ली की एक स्थानीय अदालत ने भाजपा नेता अरुण जेटली के कॉल विवरण प्राप्त करने के प्रयास के मामले के कथित मुख्य षड्यंत्रकर्ता निजी जासूस अनुराग सिंह की पुलिस हिरासत आज एक दिन के लिए बढ़ा दी। दो अन्य निजी जासूसों नीरज नायर और नितेश सिंह को हालांकि न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। दिल्ली पुलिस ने उनकी हिरासत तीन दिन के लिए बढ़ाने की मांग की थी।
मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट विद्या प्रकाश ने अनुराग की पुलिस हिरासत यह कहते हुए 26 फरवरी तक के लिए बढ़ा दी कि ‘‘मामले के तथ्यों एवं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए और आरोपी एवं मामले में अपराध को अंजाम देने के कथित मुख्य षड्यंत्रकर्ता अनुराग सिंह पर जिस भूमिका का आरोप है’’ उसकी हिरासत के लिए पुलिस का अनुरोध उचित है।
अदालत ने उसकी हिरासत यह कहते हुए बढ़ा दी कि इससे जांच एजेंसी को कूट डाटा का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी तथा पूरे षड्यंत्र को उजागर करने और मामले में अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता का पता भी लग पाएगा। अदालत ने हालांकि नीरज और नितीश को हिरासत में सौंपने की पुलिस की मांग खारिज कर दी। अदालत ने कहा कि उन्हें सौंपी गई भूमिका और उनके खिलाफ लगाये गए आरोपों पर गौर करने पर उनकी हिरासत का कोई उचित आधार नहीं बनता। इस मामले में सबसे पहले गिरफ्तार दिल्ली पुलिस के सिपाही अरविंद डबास पहले से ही छह मार्च तक न्यायिक हिरासत में है।
पुलिस ने यह कहते हुए उनकी हिरासत बढ़ाने की मांग की थी कि मामले में जब्त सामग्री से मिले डाटा का विस्तृत विश्लेषण करने के लिए उनकी मौजूदगी आवश्यक है। आरोपियों के वकील ने हिरासत के लिए पुलिस की मांग का जोरदार ढंग से विरोध किया और कहा कि पुलिस इससे पहले भी इसी तरह के आधार पर उनकी हिरासत बढ़वा चुकी है। अनुरोग के वकील राहुल मिश्र ने कहा कि पुलिस को आरोपी के बताये अनुसार जो बरामदगी करनी थी वह पहले ही कर चुकी है और पुलिस हिरासत और बढ़ाने के लिए दिये गए आधार ‘कृत्रिम’ और ‘‘गैर न्यायोचित’’ है। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 25, 2013, 21:49