Last Updated: Sunday, April 14, 2013, 10:05
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली : गुजरात में 2002 में हुए दंगों को रोकने में नाकामी का हवाला देते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गंठबंधन के अहम घटक जेडीयू ने शनिवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की पीएम पद की संभावित उम्मीदवारी पर अपनी स्थिति साफ करते हुए जेडीयू ने कहा कि भाजपा जैसे `दोस्त` की कीमत पर कांग्रेस जैसे `दुश्मन` से गठबंधन नहीं किया जा सकता है।
देश में मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य का आंकलन करते हुए जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने मोदी की यह कहते हुए आलोचना की कि वे गुजरात में 2002 में हुए सांप्रदायिक दंगों में राज्य के प्रमुख के नाते अपनी जिम्मदारी निभाने में विफल रहे। जेडीयू ने पहली बार मोदी के प्रति अपनी अनिच्छा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के जरिए स्पष्ट की है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में भी पार्टी ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी। पार्टी प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा,पार्टी ने कहा कि नीतीश पीएम पद की दौड़ में नहीं हैं। उन्होंने तीन बार जोर देकर कहा कि नीतीश पीएम के उम्मीदवार नहीं हैं। यह स्पष्ट करते हुए कि पार्टी मोदी को पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने के खिलाफ है जेडीयू ने कहा कि वह भाजपा को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने को लेकर किसी समय सीमा में नहीं बांधेगी। हालांकि पार्टी ने कहा कि वह चाहेगी कि पहले की तरह भाजपा चुनाव से पहले पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करे।
त्यागी ने कई संकेत दिए कि पार्टी को लालकृष्ण आडवाणी सहित भाजपा के किसी नेता के लिए विरोध नहीं है। आडवाणी के नेतृत्व में हम पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं। सो हम अब इसे कैसे गलत बता सकते हैं। भविष्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन के बारे में त्यागी ने कहा कि कांग्रेस दुश्मन पार्टी है। कांग्रेस से हाथ मिलाने की दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं है।
First Published: Sunday, April 14, 2013, 10:05