Last Updated: Friday, April 26, 2013, 19:13
नई दिल्ली : संसद में बने गतिरोध को समाप्त करने और वित्त विधेयक तथा रेल बजट को पारित कराने के लिए मुख्य विपक्षी दल से सहयोग पाने के सरकार के प्रयासों को झटका लगा है। भाजपा ने संकेत दे दिया है कि 2जी मामले में जेपीसी के अध्यक्ष पी सी चाको की विवादास्पद रिपोर्ट को खारिज करने का आश्वासन नहीं दिये जाने तक वह सहयोग नहीं करेगी।
संसदीय मामलों के मंत्री कमलनाथ ने राजग के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी से मिलकर गतिरोध समाप्त करने का तरीका निकालने का प्रयास किया। बजट सत्र के महज नौ कार्यदिवस शेष हैं ऐसे में कमलनाथ ने रेल बजट और वित्त विधेयक पारित कराने में भाजपा का सहयोग मांगा। सूत्रों के अनुसार आडवाणी ने कमलनाथ को सुझाव दिया कि वह लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से सोमवार को विचार विमर्श करें जो इस समय चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक गई हैं। आडवाणी ने साथ ही स्पष्ट किया कि भाजपा इस बात पर कायम है कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले संबंधी जेपीसी की विवादास्पद मसौदा रिपोर्ट को अपनाया नहीं जाना चाहिए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि ‘टकराव और सहयोग’ एक साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि कोयला घोटाले की जांच के मामले में सीबीआई की रिपोर्ट ने सरकार के इस दावे को खारिज कर दिया है कि जांच एजेंसी के कामकाज में कोई हस्तक्षेप नहीं होता। उन्होंने कहा कि भाजपा संसद में इन सभी विषयों को उठाएगी। भाजपा ने जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा और रविशंकर प्रसाद को समिति से हटाने की कांग्रेस की मांग को ‘अजीब’ करार देते हुए नामंजूर कर दिया। दोनों दलों के बीच इस तरह का गतिरोध बने रहने से सरकार को वित्त विधेयक और रेल बजट शोर-शराबे में पारित कराना पड़ सकता है। (एजेंसी)
First Published: Friday, April 26, 2013, 19:13