Last Updated: Friday, March 30, 2012, 08:35
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली : हथियारों के एक लॉबिस्ट द्वारा रिश्वत का प्रस्ताव दिए जाने के सेना प्रमुख वीके सिंह के आरोप की जांच कर रही सीबीआई ने सरकारी स्वामित्व वाले बीईएमएल के जरिये सेना को हर परिस्थिति में काम करने वाले टाट्रा ट्रकों की आपूर्ति में कथित अनियमितताओं के संबंध में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया। जांच एजेंसी ने रक्षा मंत्रालय, सेना, बीईएमएल और वेक्ट्रा के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी की आपराधिक साजिश करने और भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त होने का मामला दर्ज किया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सीबीआई अधिकारियों ने दिल्ली, नोएडा और बेंगलूर में चार स्थानों पर तलाशी ली।
सूत्रों ने कहा कि प्राथमिकी में वेक्ट्रा समूह के अध्यक्ष रवि ऋषि का नाम भी है जो टाट्रा में बहुलांश शेयरधारक हैं। एजेंसी 1997 के बाद से हुए खरीददारी की जांच कर रही है। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि ब्रिटिश नागरिक ऋषि रक्षा प्रदर्शनी के सिलसिले में राजधानी दिल्ली आए हुए हैं। उन्हें इस सौदे में कथित अनियमितताओं के संबंध में पूछताछ करने के लिए बुलाया गया। सीबीआई टीम की तलाशी शुरू होने के साथ ही रक्षा मंत्रालय ने एक वक्तव्य जारी किया। वक्तव्य में बताया गया कि मामले के सुखिर्यों में आने के पहले ही 21 फरवरी 2012 को रक्षा मंत्री ने सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी थी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को संबोधित बीईएमएल के खिलाफ डी हनुमंथप्पा की शिकायतों को पांच अक्तूबर 2009 को गुलाम नबी आजाद द्वारा प्रेषित किए जाने के एक दिन बाद रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सचिव (रक्षा उत्पादन) को शिकायत में उठाए गए कई मुद्दों पर गौर करने को कहा था। रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति में बताया गया कि रिकॉर्ड बताते हैं कि रक्षा मंत्रालय औ बीईएमएल के निगरानी विभाग मामले की जांच कर रहे हैं और इन आरोपों को लेकर सीबीआई और बीईएमएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी के बीच बातचीत हुई। यह सौदा उस समय जांच के घेरे में आ गया था जब सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने आरोप लगाया था कि उन्हें ट्रकों से संबंधित फाइल पारित करने के लिए 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश की गई थी।
सरकारी स्वामित्व वाले बीईएमएल प्रमुख वी आर एस नटराजन ने टाट्रा ट्रकों के लिए आर्डर प्राप्त करने के लिए एजेंट और लॉबिस्ट के शामिल होने को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि गत 26 वर्ष के दौरान वर्ष 1996 के बाद से बीईएमएल ने सात हजार टाट्रा ट्रकों को जोड़ा, निर्माण और आपूर्ति की। ये सभी एकल नामांकन आधार और एकल जांच आधार पर किया गया।
उधर, टाट्रा ट्रकों पर सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह के बयानों को ‘सच नहीं’ बताकर खारिज करते हुए सरकारी स्वामित्व वाली बीईएमएल ने आज कहा कि उसे सेना के साथ दो दशक से ज्यादा समय तक जुड़े रहने के दौरान इस तरह की एक भी शिकायत नहीं मिली। भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) के अध्यक्ष वीआरएस नटराजन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जनरल सिंह ने सेना प्रमुख के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद वाहनों की तारीफ की थी और टाट्रा ट्रकों के पुर्जों की उपयोगिता एवं उपलब्धता को लेकर कोई मसला नहीं है। उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख के लिए उनके मन में बहुत सम्मान है लेकिन खबरों में आये उनके इस बयान से वह सहमत नहीं हैं कि टाट्रा ट्रक ‘घटिया स्तर’ के हैं।
उधर, रक्षा मंत्री एके एंटनी ने सचिव (रक्षा उत्पादन) से कहा है कि वह 2009 में बीईएमएल कंपनी के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोप की जांच करें। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सतर्कता शाखा और बीईएमएल मामले का परीक्षण कर रहे हैं।
First Published: Saturday, March 31, 2012, 09:41