Last Updated: Wednesday, September 19, 2012, 14:19
नई दिल्ली : संप्रग सरकार डीजल की कीमतों में वृद्धि और खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सहित अपने उन फैसलों के बारे में तृणमूल कांग्रेस को स्पष्टीकरण देगी, जिसके चलते ममता बनर्जी की इस पार्टी ने सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री आवास पर सोनिया गांधी की अध्यक्षता में पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद सूत्रों ने कहा कि सरकार तृणमूल कांग्रेस के मंत्रियों को उन परिस्थितियों के बारे में विस्तार से बतायेगी जिसके तहत ये फैसले किए गए। इस बात का कोई संकेत नहीं मिला है कि सरकार एफडीआई के निर्णय को पूरी तरह वापस लेने, डीजल के दामों में पांच रूपए की वृद्धि में कमी करने और एक साल में रियायती रसोई गैस सिलंडर की संख्या छह से 12 किए जाने की तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की मांगों पर क्या रूख अपनाएगी।
तृणमूल ने कहा है कि केन्द्र अगर उसकी मांगों को नहीं मानता है तो उसके छह मंत्री शुक्रवार को अपराहन मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे देंगे। सूत्रों ने बताया कि चार दिन पहले भी सरकार ने अपने निर्णयों की पृष्ठभूमि के बारे में ममता से बात करने का प्रयास किया था।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने ममता से बात करने के लिए दो बार फोन किया लेकिन उनका जवाबी फोन नहीं आया। उसके बाद रेल मंत्री मुकुल राय से संपर्क किया गया जिसपर उन्होंने स्वीकार किया कि ममता को इस बाबत संदेश मिल चुका है। राय ने हालांकि, आज कहा कि सरकार से समर्थन वापस लेने के कल रात किए गए निर्णय के बाद से सरकार की ओर से किसी ने ममता से बात नहीं की है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 19, 2012, 14:16