'टीम अन्ना राजनीति पर रुख साफ करे' - Zee News हिंदी

'टीम अन्ना राजनीति पर रुख साफ करे'




नई दिल्ली : अन्ना पक्ष पर हमला तेज करते हुए कांग्रेस ने बुद्धवार को उनसे कहा कि वह राजनीति में शिरकत के लिए आगे आएं जबकि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि दलितों, आदिवासियों और मुसलमानों को शामिल करने के लिए अपनी समिति के विस्तार के अन्ना हजारे के फैसले के पीछे उन्हें राजनीतिक महत्वाकांक्षा का शक होता है।

 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, अगर आप राजनीति में हिस्सा लेना चाहते हैं तो आप अवश्य शामिल हों, राजनीति समृद्ध होगी। यह अब पूरी तरह स्पष्ट है कि उनके सहयोगी राजनीति में शामिल होना चाहते हैं। चव्हाण ने एक मराठी चैनल से कहा, राजनीति से बाहर रह कर और किसी पार्टी का मौन रूप से समर्थन या विरोध नहीं किया जाता। इसके बजाय सार्वजनिक रूप से कहें कि मैं फलां राजनीतिक पार्टी का समर्थन करता हूं, और मैं फलां विचारधारा का समर्थन करता हूं।

उधर दिग्विजय सिंह ने हजारे से कहा कि वह आरक्षण पर अपना रूख साफ करें। उनका कहना था कि हजारे ने पहले आरक्षण का विरोध किया था। कांग्रेस महासचिव ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर टिप्पणी की, दलित आदिवासी मुस्लिम और युवा को शामिल करने के लिए अन्ना अपनी समिति का विस्तार कर रहे हैं। वोट बैंक? राजनीतिक आकांक्षा? आरक्षण कोटा? शायद।

 

एक अन्य ट्वीट में दिग्विजय ने कहा, अन्ना और केजरीवाल को साफ करना चाहिए कि आरक्षण पर उनका क्या रूख है। दोनों ने सार्वजनिक रूप से आरक्षण का विरोध किया था। उल्लेखनीय है कि सोमवार को हजारे ने कहा था कि वह अपनी कोर समिति का पुनर्गठन करना चाहते हैं और भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को सुदृढ़ करने के लिए धार्मिक अल्पसंख्यकों, आदिवासियों, दलितों और युवाओं को भी प्रतिनिधित्व देना चाहते हैं।

 

चव्हाण ने कहा,  एक साफ रूख अपनाया जाना चाहिए कि क्या चुनाव लड़ेंगे या चुनाव में किसी का समर्थन करेंगे। लेकिन यह नकारात्मक रूख अपनाने का कोई मतलब नहीं कि अगर जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं हुआ तो मैं कांग्रेस का विरोध करूंगा। हजारे ने चव्हाण को लिखे एक पत्र में विवादित लवासा परियोजना के पहले चरण को पर्यावरणीय मंजूरी देने की केन्द्र से मांग करने पर मुख्यमंत्री की आलोचना की थी। (एजेंसी)

 

First Published: Wednesday, November 9, 2011, 17:43

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