Last Updated: Thursday, August 2, 2012, 13:05
नई दिल्ली : टीम अन्ना के कई समर्थकों ने इस आशंका के चलते रात भर अपने अनशन स्थल पर पहरा दिया कि उपवास कर रहे अरविंद केजरीवाली सहित तीन कार्यकर्ताओं को कहीं जबरन अस्पताल न भेज दिया जाए। एक और दो अगस्त की मध्य रात्रि को करीब 300 अन्नासमर्थकों ने अनशन स्थल पर रात भर पहरा दिया और पुलिसकर्मियों के प्रत्येक कदम पर नजर रखते रहे। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और गोपाल राय के अनशन का आज नौवां दिन है।
देर रात करीब एक बजे पुलिस कर्मियों की ड्यूटी जब नियमित तरीके से बदली तो प्रदर्शनकारियों ने समझा कि केजरीवाल तथा दो अन्य को जबरन अस्पताल ले जाने की तैयारी हो रही है। एक कार्यकर्ता ने फौरन दूसरों को सतर्क कर दिया और अन्नासमर्थक एकत्र हो गए। तब एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह केवल ड्यूटी परिवर्तन है और वह किसी को अस्पताल नहीं ले जा रहे हैं।
रात को कुछ प्रदर्शनकारी बातचीत शुरू करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश के तहत प्रदर्शन करने के लिये प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास के लिए भी रवाना हुए। जारी दिल्ली पुलिस ने कल टीम अन्ना को सलाह दी थी कि केजरीवाल, सिसोदिया और राय को अस्पताल भेजा जाए। पुलिस ने यह चेतावनी भी दी थी कि अगर अनशनरत कार्यकर्ताओं को कुछ हुआ तो इसके लिए वह :टीम अन्ना: ही जिम्मेदार होंगे।
टीम अन्ना ने तीन कार्यकर्ताओं को अस्पताल भेजने संबंधी सरकारी अस्पताल की रिपोर्ट को ‘फर्जी’ बताते हुए खारिज कर दिया। उनके डॉक्टरों ने ऐलान किया कि वह अनशन जारी रख सकते हैं और उनके सभी आवश्यक मानक स्थिर हैं।
पुणे में बीती रात चार बम विस्फोट होने के बाद अनशन स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। रात को और आज सुबह बम निरोधक दस्तों ने अनशन स्थल की जांच की। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 2, 2012, 13:05