Last Updated: Wednesday, May 30, 2012, 14:22
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े ने आज कहा कि टीम अन्ना की ओर से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोपों पर यकीन करना बेहद मुश्किल है। हालांकि, टीम अन्ना के सदस्य हेगड़े ने स्पष्ट किया कि यदि कोई ऐसे दस्तावेज हैं जिनसे किसी तरह की अनियमितता की बात साबित होती है तो मामले की जांच कराई जानी चाहिए।
हेगड़े ने कहा, ‘प्रधानमंत्री को इतने सालों तक देखने के बाद उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर यकीन करना मेरे लिए बेहद मुश्किल है। हालांकि, यदि किसी ने कहा है कि यह एक दस्तावेजी रूप में है तो मेरा मानना है कि इसकी जांच होनी चाहिए।’ कर्नाटक के लोकायुक्त रहे हेगड़े की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब प्रधानमंत्री ने यह बयान दिया था कि कोयले के ब्लॉक के आवंटन के मामले में उनके खिलाफ लगाए गए आरोप यदि साबित हो गए तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।
हेगड़े ने कहा कि वकील प्रशांत भूषण ने पाया है कि सीएजी रिपोर्ट और कोयला मंत्रालय की ओर से दिए गए मंतव्य सहित कई ऐसे दस्तावेज हैं जिनमें नीलामी के बगैर कोयले के ब्लॉकों का आवंटन नहीं करने की सलाह दी गयी थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 30, 2012, 14:22