Last Updated: Monday, October 22, 2012, 21:38
नई दिल्ली : टूजी स्पेक्ट्रम मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी चिदंबरम को गवाह के रूप में संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष बुलाने पर अड़ी भाजपा ने आज कहा कि इस मुद्दे पर निर्णय बहुमत के आधार पर नहीं किया जाए। समिति के भाजपा के छह सदस्यों में से एक यशवंत सिन्हा ने इस संबंध में आज जेपीसी के अध्यक्ष पी सी चाको को लिखे पत्र में कहा इस नियम के बावजूद कि समिति में सभी निर्णय बहुमत के आधार पर किए जाने चाहिए, आदर्श मानक यह है कि समिति वोटिंग की बजाय सर्वसम्मति बनाने का प्रयास करे।
सिन्हा ने अपने तर्क को आगे बढ़ाते हुए कहा, समितियां सर्वसम्मति के आधार पर कार्य करती हैं बजाए वोटिंग के आधार पर। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यह नियम सब समितियों पर लागू नहीं होता है। उदाहरण के तौर पर, जहां तक लोक लेखा समिति का संबंध है, यह साफ तौर पर कहा गया है कि समिति के निर्णय सर्वसम्मति से होते हैं और उसकी रिपोर्ट में कोई विरोध मत दर्ज नहीं किए जाते हैं। चाको को लिखे पत्र में सिन्हा ने कहा कि इसके अलावा समिति अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को गवाह के रूप में बुलाने के उनके आग्रह को समिति में कभी मत विभाजन के लिए नहीं रखा इसलिए यह कहना सही नही है कि समिति के बहुसंख्य सदस्य इस सुझाव से सहमत नहीं हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 22, 2012, 21:38