Last Updated: Tuesday, April 10, 2012, 05:03
नई दिल्ली : थलसेना प्रमुख द्वारा सेना की बख्तरबंद रेजीमेंटों में गोला-बारूद की भारी कमी की बात उजागर किए जाने की पृष्ठभूमि में रक्षा मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया कि टी-90 टैंकों के 16 हजार गोलों के लिए रूस के साथ 1010 में एक करार पर हस्ताक्षर किए गए थे।
अपनी वार्षिक रिपोर्ट में रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पिछले साल स्विडिश रक्षा कंपनी साब के साथ 84एमएम राकेट लांचर के 66 हजार गोलों की खरीद के करार पर हस्ताक्षर किए गए। रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2010 में रूस के रोसोबारो ने एक्सपोर्ट के साथ टी 90 टैंकों के 16 हजार गोलों के लिए एक करार पर हस्ताक्षर किए गए। यह करार मार्च 2011 से प्रभावी हुआ है और पूरा सामान मार्च 2012 तक आपूर्ति किया जाना था।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 10, 2012, 10:33