Last Updated: Sunday, July 15, 2012, 13:45
नई दिल्ली : यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे इंजन चालकों के लिए एक आधुनिक प्रशिक्षण प्रणाली शुरू करने पर विचार कर रहा है जिससे उनके ड्राइविंग संबंधी तनाव की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी।
सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम रेलवे अपने रेल इंजन चालकों के लंबी ड्यूटी समय और अपर्याप्त आराम जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। भारतीय रेलवे ट्रेन चालकों की जांच और प्रशिक्षण के लिए एक कम्प्युटरीकृत मनोवैज्ञानिक परीक्षण पैकेज खरीद रहा है। रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘कम्प्युटरीकृत मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन उपकरण रेल इंजन चालकों के कार्य से संबंधित विशिष्ट क्षमताओं को मापता है जिसमें सतर्कता, सावधानी, प्रतिक्रिया समय, गति पूर्वानुमान आदि शामिल हैं।’ इस जांच में व्यक्ति की संज्ञानात्मक क्षमताओं और व्यक्तित्व गुणों को मापा जा सकता है।
अधिकारी ने कहा, ‘रेलवे ट्रेन इंजन चालकों के लिए आधुनिक जांच प्रणाली शुरू करने के लिए एक उन्नत ट्रेन इंजन चालक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कर रहा है। यह चालकों के तनाव से निपटने में मदद करेगा तथा यह उनका धैर्य बनाए रखने में भी मदद करेगा।’ वर्तमान समय में रेलवे में ट्रेन इंजन चालक के 90 हजार पद हैं जिसमें से 22 हजार पद रिक्त हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 15, 2012, 13:45