Last Updated: Wednesday, October 10, 2012, 00:30

नई दिल्ली : अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर कायम रहते हुए मंगलवार को हरियाणा सरकार को लपेटे में लिया और उसे डीएलएफ के एजेंट की संज्ञा दे डाली। उन्होंने हरियाणा सरकार से डीएलएफ को लाभ पहुंचाए जाने के विषय में श्वेत पत्र लाने की भी मांग की। उन्होंने वाड्रा पर लगे आरोपों पर केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों पर सफाई देने पर सवाल खड़ा किया।
केजरीवाल ने वाड्रा के खिलाफ लगाए गए आरोपों के बारे में सबूत देने की कांग्रेस मांग पर यह टिप्पणी की। केजरीवाल ने डीएलएफ पर वाड्रा को सस्ती जमीन एवं फ्लैट देने के आरोप लगाए थे और कहा था कि इसके लिए हरियाणा एवं राजस्थान सरकार ने डीएलएफ को उपकृत किया था।
सबूतों के विषय में केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम लोग जांच एजेंसी नहीं हैं। लेकिन आरोप लगाने के दिन से कथित 'मैंगो लोग' हमारे पास सबूत भेज रहे हैं। केजरीवाल ने मीडिया में सबूतों की प्रतियां वितरित कीं।
केजरीवाल ने कहा,पंचायत एवं हुडा की भूमि डीएलएफ को दी गई। डीएलएफ के लिए फ्लोर एरिया रेशियो बढ़ाया गया और भूमि आवंटन के नियमों में हेरफेर की गई।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार एवं डीएलएफ के बीच रिश्ते को पंजाब एवं हरियाणा के उच्च न्यायालय ने दुर्भावनापूर्ण सांठगांठ कहा था।
केजरीवाल ने कहा, हरियाणा सरकार ने गुड़गांव में अस्पताल के अधिग्रहीत 30 एकड़ जमीन डीएलएफ को दे दिया। इसके बाद लोगों ने उच्च न्यायालय की शरण ली। उच्च न्यायालय ने अधिग्रहण को रद्द करते हुए कहा था कि जमीन गलत उद्देश्य के लिए ली गई है और डीएलएफ एवं हरियाणा सरकार के बीच दुर्भावनापूर्ण गठजोड़ है।
केजरीवाल ने कहा, हरियाणा सरकार ने गुड़गांव में 350 एकड़ भूमि डीएलएफ को दे दी। इसमें से 75 एकड़ जमीन हुडा की थी जो लोगों के लिए घर बनाने के नाम पर किसानों से अधिग्रहीत की गई थी। शेष भूमि उद्योग विकास से जुड़े विभाग की थी। हरियाणा सरकार ने डीएलएफ को जंगल की जमीन भी नियमों की अनदेखी करते हुए जल्दीबाजी आवंटित कर दी।
उन्होंने कहा, हरियाणा सरकार डीएलएफ की एजेंट है।
केजरीवाल ने वाड्रा का बचाव करने पर केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम की आलोचना की। उन्होंने कहा, हमने जो सबूत उपलब्ध कराए हैं वह आयकर छापे के लिए पर्याप्त है। लेकिन जब देश का वित्तमंत्री ही वाड्रा के पक्ष में बोल रहा है तो किसी अधिकारी के पास छापा डालने की हिम्मत होगी?
उन्होंने पूछा कि वाड्रा के बचाव में कांग्रेस के नेता एवं मंत्री क्यों खड़े हो गए हैं।
केजरीवाल ने प्रश्न दागा, वित्तमंत्री क्यों उनकी तरफदारी कर रहे हैं? कानून मंत्री क्यों पक्ष ले रहे हैं? सभी मंत्री उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 9, 2012, 17:57