Last Updated: Friday, September 14, 2012, 08:57

कोलकाता/लखनऊ : संप्रग सरकार के प्रमुख घटक दल एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि वह डीजल की कीमतों में वृद्धि और एलपीजी के संबंध में लिए गए फैसले से नाखुश हैं और इसे तत्काल वापस लिए जाने की मांग करती हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह शनिवार को वृद्धि को वापस लेने की अपनी मांग को लेकर रैली निकालेंगी।
उधर, समाजवादी पार्टी ने भी सरकार द्वारा डीजल मूल्यों में की गई वृद्धि को जनविरोधी कदम बताते हुए इसके विरोध में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सभी जिलो में धरने प्रदर्शन आयोजित करेगी।
सत्तारूढ संप्रग के घटक दल राकांपा ने भी केंद्र द्वारा डीजल के मूल्यों में की गई वृद्धि का विरोध किया और इसे वापस लिए जाने की मांग की । राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि केंद्र को डीजल मूल्य में वृद्धि को वापस लिए जाने पर विचार करना चाहिए और सब्सिडी वाले एलपीजी की संख्या निर्धारित नहीं करनी चाहिए, खास कर अनिवार्य वस्तुओं की उंची कीमतों को देखते हुए और इससे आम आदमी प्रभावित होगा।
संप्रग के एक और महत्वपूर्ण सहयोगी दल द्रमुक ने डीजल मूल्य में की गई बढोत्तरी को ‘बेहद ज्यादा’ और अप्रत्याशित करार दिया। पार्टी प्रमुख एम. करूणानिधि ने कहा कि मूल्य वृद्धि से गरीब और वेतनभोगी वर्ग और ज्यादा प्रभावित होंगे जोकि पहले से ही अनिवार्य वस्तुओं की ऊंची कीमतों की मार झेल रहे हैं। उन्होंने संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मामले पर चर्चा के लिए संप्रग संयोजन समिति की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि हम नाखुश और हैरत में हैं क्योंकि लंबे समय बाद संप्रग की समन्वय समिति गठित किए जाने के बावजूद हमसे सलाह लिए बिना इस प्रकार का फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि बिना किसी विचार-विमर्श के डीजल की कीमतें पांच रुपये बढ़ा दी गईं। एलपीजी सिलेंडरों पर सालाना छह की संख्या निर्धारित कर दी गई जबकि हर माह चार से पांच सिलेंडरों की जरूरत पड़ती है। एक छोटे परिवार को महीने में तीन सिलेंडरों की दरकार होती है।
ममता ने कहा कि यदि लोगों को बुरा नहीं लगे तो मैं समर्थन (संप्रग से) वापस लेकर खुश होउंगी। यदि मैं समर्थन वापस लेती हूं तो अन्य राजनीतिक दल उनका समर्थन करेंगे। उसके बाद हमसे पूछेंगे कि हमने संप्रग क्यों छोड़ा। जब हमने पिछली बार समर्थन वापस लिया था तो लोगों ने हमें गलत समझा था। उन्होंने कहा कि इसलिए हम इस मुद्दे पर पार्टी के भीतर व्यापक चर्चा कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 14, 2012, 08:57