Last Updated: Saturday, March 31, 2012, 08:01
चेन्नई: राज्य सरकार की ओर से कुडनकुलम परमाणु बिजली संयंत्र को हरी झंडी दिए जाने के बाद तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने शुक्रवार को मांग की कि संयंत्र की दो इकाइयों से उत्पादित समूची 2000 मेगावाट बिजली तमिलनाडु को दी जाए क्योंकि वहां बिजली का भारी संकट है ।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में जया ने कहा कि ‘उचित और न्यायसंगत यह होगा कि कुडनकुलम परमाणु बिजली संयंत्र से उत्पादित सारी बिजली तमिलनाडु को दी जाए ।’
राज्य मंत्रिमंडल के संयंत्र को मंजूरी दिए जाने के करीब दो सप्ताह बाद प्रधानमंत्री को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा कि ‘यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि प्रेषण लाइनों की बिजली प्रवाह की क्षमता की समस्या काफी ज्यादा है और इसे आपके ध्यान में लाया जा चुका है । ’
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुडनकुलम की दो इकाइयों से उत्पादित 2000 मेगावाट बिजली में से तमिलनाडु को केवल 925 मेगावाट बिजली आवंटित की गई है जबकि वे पिछले साल केंद्रीय पूल में से 1000 मेगावाट बिजली का आवंटन तमिलनाडु को करने का आग्रह कर चुकी हैं । उन्होंने कहा कि इसमें से राज्य को सिर्फ 100 मेगावाट बिजली उपलब्ध कराई गई है जबकि राज्य बिजली के भारी संकट से गुजर रहा है ।
उन्होंने लिखा है ,‘उम्मीद है कि आप इस पर सकारात्मक रूप से विचार करेंगे । मैं यह दोहराना चाहूंगी कि हमें इस बिजली की जरूरत है ओैर यह हमें मिलनी चाहिए ।’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, March 31, 2012, 23:53