Last Updated: Monday, June 24, 2013, 20:35
नई दिल्ली : अमेरिका ने सोमवार को भारत को आश्वासन दिया कि तालिबान के साथ वार्ता के दौरान भारत की इन चिंताओं को ‘ना तो नजरअंदाज और ना ही कमतर’ किया जाएगा कि अपने आतंकवादी संपर्कों से रिश्ता तोड़े बगैर तालिबान वैधता ग्रहण कर सकता है।
यह बात विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और उनके अमेरिकी समकक्ष जॉन केरी की सह-अध्यक्षता में आयोजित भारत-अमेरिका सामरिक संवाद के चौथे दौर के बाद उभरी। इस संवाद में सुरक्षा, रक्षा, परमाणु सहयोग और व्यापार संबंधों के सामरिक मुद्दों पर चर्चा की गई।
केरी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में खुर्शीद ने कहा कि यह (तालिबान के साथ प्रस्तावित वार्ता) एक प्रयोग है जो अफगानिस्तान में टिकाऊ शांति के लिए कोई विकल्प खोजने के लिए किया जा रहा है। कोई उन मुद्दों या आयामों या पहलुओं से असहमत नहीं हो सकता जिन पर हमारी चिंता है।
विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे अवश्य ही आभार के साथ कहना चाहिए कि (अमेरिकी) विदेश मंत्री ने खुद ही उसे चिह्नित किया और कहा कि जब वे आगे बढ़ेंगे वे सुनिश्चित करेंगे भारत कि चिंताओं में से किसी को भी नजरअंदाज या कमतर नहीं किया जाए। (एजेंसी)
First Published: Monday, June 24, 2013, 20:35