तीसरे मोर्चे की संभावना नहीं: शरद यादव

तीसरे मोर्चे की संभावना नहीं: शरद यादव

तीसरे मोर्चे की संभावना नहीं: शरद यादवजबलपुर (मप्र) : राजग के संयोजक व जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने देश की राजनीति में तीसरी मोर्चे (थर्ड फ्रंट) की संभावना से इंकार किया है। यादव ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान राजग का भविष्य पूछ जाने संबंधी सवाल के जवाब में कहा कि जिस तरह यूपीए की धुरी कांग्रेस पार्टी है, ठीक उसी प्रकार राजग की धुरी भाजपा है। उन्होने कहा कि राजग था, है और रहेगा लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद कुछ दल दूसरे संगठन में शामिल हो सकते हैं।

उन्होंने एफडीआई के मुद्दे पर कहा कि विदेशी निवेश सड़क, बिजली के क्षेत्र में नहीं कर हमारे खुदरा बाजारों में और जीवन बीमा जैसी पुरानी तथा विश्वसनीय संस्थाओं में किया जा रहा है। उन्होने कहा कि एफडीआई लागू होने से 25-26 करोड़ व्यक्तियों के कारोबार में ताले लग जाएंगे, जो खुदरा व्यापार के माध्यम से रोजी-रोटी कमाते हैं।

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होने कहा कि कोयला खदान आवंटन के मामले में सुबोधकांत सहाय, विजय दर्डा व नवीन जिंदल के नाम आये हैं, यह तीनों कांगेस के हैं और पार्टी को उनके खिलाफ अनुशसनात्मक कार्यवाही करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहता कि तीनों दोषी हैं, न्यायिक प्रक्रिया तथा जांच में लम्बा समय लगता है परंतु देश की सबसे पुरानी पार्टी को नैतिकता का पालन करते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए।

यादव ने कहा, अन्ना हजारे रालेगण सिद्धि में अच्छा काम कर रहे थे लेकिन कुछ लोग उन्हें पकड़कर दिल्ली ले आये। उन्होने कहा कि अन्ना हजारे 5 अप्रैल 2011 को दिल्ली आये थे, तब से अभी तक कोई बड़ा अधिकारी तथा नेता को तो छोडिये, भ्रष्टाचार के मामले में एक चूहा तक गिरफ्तार नहीं हुआ। यादव ने दावा किया कि कामन वेल्थ व 2जी घोटाला उन्होने उठाया था और इन मामलों में सात सांसद सहित 27 लोग जेल गये जबकि उस समय तक सीएजी की रिपोर्ट भी नहीं आयी थी।

उन्होने कहा कि एयरपोर्ट और पावर सेक्टर घोटाले के संबंध में सीएजी ने अपनी रिपोर्ट संसद में पेश कर दी है परंतु अभी उस पर चर्चा नहीं हुई है। उन्होने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि तीन सौ व पांच सौ करोड़ का मामला उठाकर बड़े भ्रष्टाचार के मुद्दों से ध्यान हटाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने कहा कि उपरोक्त घोटाला 10 लाख हजार करोड़ रुपए का है।

उन्होने कहा कि तीन सौ करोड़ का घोटाला भी मुद्दा है, परंतु जब लड़ाई भ्रष्टाचार के पहाड़ से है तो उंट-बकरी के पीछे भागने का क्या मतलब। राजग नेता ने कहा कि किंगफिशर एयर लाइंस के मालिक कई महीनों से कर्मचारी का वेतन नहीं दे रहे हैं जबकि वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारी अवसाद में हैं। उन्होने कहा कि एयर लाइंस के मालिक को भी गिरफ्तार करना चाहिए तथा गिरफ्तार होने की स्थिति में मालिक तुरंत कर्मचारियों को भुगतान कर देगा। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 8, 2012, 21:26

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