तृणमूल के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं: येचुरी

तृणमूल के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं: येचुरी

तृणमूल के अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं: येचुरी नई दिल्ली : माकपा नेता सीताराम येचुरी ने सोमवार को संभावना जताई कि मुमकिन है कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन नहीं करे।

येचुरी के मुताबिक, माकपा का मानना है कि यदि सत्ताधारी संप्रग-दो के खिलाफ पेश किया जाने वाला प्रस्ताव पारित नहीं हो पाता है तो वह इसे अपनी हर ‘जनविरोधी’ नीति को समर्थन के रूप में लेगी। माकपा नेता ने बातचीत में कहा कि यदि अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है, तो हम चाहेंगे कि यह पारित हो जाए। वरना, सरकार अपने बाकी के कार्यकाल में इसे अपनी हर जनविरोधी नीति को समर्थन के रूप में लेगी। हम सरकार को ऐसा कोई प्रमाण-पत्र नहीं देना चाहते।

अविश्वास प्रस्ताव एक खास मुद्दे से जुड़े न होने का जिक्र करते हुए येचुरी ने कहा कि बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के विरोधस्वरूप वाम दलों की ओर से सदन में मत विभाजन के नियम के तहत लाया जाने वाला प्रस्ताव सरकार के कदम को मात देने के लिए कहीं बेहतर रणनीति साबित होगा। माकपा नेता ने कहा कि सपा जैसी कई पार्टी ऐसे ही प्रस्ताव का समर्थन करेगी न कि अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में खड़ी होगी।

येचुरी ने कहा कि बहु-ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के खिलाफ सितंबर महीने में आयोजित देशव्यापी बंद में सपा ने भी हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने विरोध-प्रदर्शन के दौरान खुद भी गिरफ्तारी दी थी। येचुरी ने कहा कि माकपा और अन्य वामपंथी दल ‘संसद में वास्तविक स्थिति के आधार पर अपना रुख तय करेंगे। यह देखा जाएगा कि क्या वे (तृणमूल) अविश्वास प्रस्ताव के लिए बहुमत जुटा पाने की स्थिति में हैं। वरना, इससे सरकार को मदद मिलेगी।

माकपा नेता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का अतीत दिखाता है कि वह कहती कुछ है और करती कुछ है। लिहाजा हमें इंतजार करना होगा और देखना पड़ेगा। येचुरी की तरह ही भाकपा नेता गुरुदास दासगुप्ता ने भी पहले कहा था कि वाम दल मत विभाजन की स्थिति में न तो सरकार को बचाएंगे न ही अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने की खातिर जरूरी समर्थन जुटाने के लिए जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि हम एक स्थगन प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहे हैं। (एजेंसी)

First Published: Monday, November 19, 2012, 16:30

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