Last Updated: Tuesday, April 30, 2013, 23:54

नई दिल्ली : कोयला घोटाला मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी से जूझती सरकार और कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को कानून मंत्री अश्विनी कुमार के केंद्रीय मंत्रिमंडल में बने रहने पर सतर्कतापूर्ण प्रतिक्रिया जताई है, लेकिन इस मुद्दे पर आखिरी फैसला आठ मई को होने वाली अगली सुनवाई के बाद ही आएगा।
विपक्ष द्वारा अश्विनी कुमार की बख्रास्तगी की मांग में तेजी के साथ, सरकार और कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं का भी मानना है कि इस मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा आने वाले दिनों में और भद्द पिटवाने से पहले बेहतर होगा कि सरकार को और शर्मिंदगी से बचाने के लिए कानून मंत्री नैतिक आधार पर अपना इस्तीफा दे दें।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस की कोर ग्रुप की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान यह बात निकल कर आई कि सरकार को अश्विनी कुमार को लेकर कोई फैसला लेने से पहले इस मुद्दे पर आठ मई को उच्चतम न्यायालय में होने वाली सुनवाई तक इंतजार करना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई इस उच्चस्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा दूसरे कुछ बड़े नेता भी शामिल थे।
उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी पर कांग्रेस ने बेहद ही सतर्कतापूर्ण प्रतिक्रिया जताई है।
इस मामले में कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने संवाददाताओं से कहा कि वास्तव में यह टिप्पणी किसी भी सरकार के लिए सुखद नहीं कही जा सकती है।
उनकी यह टिप्पणी साफ बताती है कि इस विवाद को लेकर पार्टी में असहजता बढ़ रही है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 30, 2013, 23:54