...तो रेलवे घूसकांड में 12 करोड़ की हुई थी डील?| Pawan kumar Bansal

...तो रेलवे घूसकांड में 12 करोड़ की हुई थी डील?

...तो रेलवे घूसकांड में 12 करोड़ की हुई थी डील?ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली : रेलवे घूसकांड में रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे विजय सिंगला समेत आठ लोगों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में सीबीआई ने कहा है कि मुख्य आरोपी महेश कुमार ने रेलवे बोर्ड में सदस्य (विद्युत) के अधिक लाभप्रद पद पर अपनी नियुक्ति के लिए सह-आरोपी कारोबारी संदीप गोयल को 10 करोड़ रुपये की रिश्वत देने पर सहमति जताई थी। वहीं, ज़ी मीडिया को प्राप्त जानकारी के अनुसार दो करोड़ रुपए की एक और डील हुई थी जिसमें पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक को पद पर बरकरार रखने की बात थी। इस तरह से रेल मंत्री कुल 12 करोड़ रुपए के रिश्वत प्रकरण में फंसते नजर आ रहे हैं।

सीबीआई ने कहा, ‘सूत्रों ने खुलासा किया है कि संदीप गोयल ने महेश कुमार और मंजूनाथ (सह-आरोपी) को जानकारी दी कि रेलवे बोर्ड के मौजूदा चेयरमैन विनय मित्तल जून, 2013 में सेवानिवृत्त होंगे और सदस्य (विद्युत) कुलभूषण को रेलवे बोर्ड का चेयरमैन बना दिया जाएगा। संदीप गोयल ने आश्वासन दिया कि कुलभूषण को रेलवे बोर्ड का चेयरमैन बनाये जाने के बाद वह रेल मंत्रालय में अपने संपर्कों के माध्यम से महेश कुमार को सदस्य (विद्युत) नियुक्त कराने में सफल होंगे।’

एजेंसी ने प्राथमिकी में कहा, ‘संदीप गोयल ने इस उद्देश्य से 10 करोड़ रुपये के अवैध धन की मांग की जिसमें 5 करोड़ रुपये नियुक्ति से पहले नगद और शेष 5 करोड़ रुपये सदस्य (विद्युत) के तौर पर नियुक्ति के बाद दिये जाने की बात हुई। महेश कुमार ने गोयल की मांग पर रजामंदी जता दी। समझा जाता है कि वह (कुमार) रेलवे बोर्ड में सदस्य (स्टाफ) बनने में रुचि नहीं रखते थे, जो रिक्त पद था।’

सीबीआई ने शुक्रवार को जो प्राथमिकी दर्ज की उसमें महेश कुमार, जीजी ट्रोनिक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के एमडी नारायण राव मंजूनाथ, संदीप गोयल, विजय सिंगला, अजय गर्ग, राहुल यादव, समीर सनधीर और सुशील डागा के नाम आरोपी के तौर पर हैं। सीबीआई ने महेश और मंजूनाथ को क्रमश: मुंबई और बेंगलुरु से गिरफ्तार किया। सिंगला, गोयल और दो अन्य लोगों विवेक कुमार तथा धर्मेंद्र कुमार को भी रिश्वतखोरी के इस मामले में गिरफ्तार किया गया है जिसमें कथित तौर पर सिंगला को 90 लाख रुपये दिए गए।

सीबीआई के अनुसार जीजी ट्रोनिक्स रेलवे सिग्नल उत्पाद और स्वचालित रेलवे उपकरण का उत्पादन करती है वहीं गोयल की कंपनी पिरामिड इलेक्ट्रानिक्स रेलवे के लिए विद्युत उपकरण बनाती है। सीबीआई ने कहा कि संदीप गोयल ने आश्वासन दिया कि वह रिश्वत के ऐवज में काम करा देंगे। संदीप गोयल चंडीगढ़ निवासी विजय सिंगला और यहीं के अजय गर्ग से संपर्क में था।

प्राथमिकी में कहा गया है कि भारतीय रेल सिग्नल इंजीनियर सेवा के 1975 बैच के अधिकारी कुमार ने रेलवे बोर्ड के सदस्य (स्टाफ) के तौर पर नियुक्ति के बाद संदीप गोयल से अनुरोध किया था कि जब तक उन्हें सदस्य (विद्युत) नियुक्त नहीं किया जाता तब तक उन्हें पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार दिया जाना चाहिए, जिसके लिए संदीप गोयल ने तत्काल 2 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी।

सीबीआई ने लेनदेन का ब्योरा देते हुए अपनी प्राथमिकी में कहा कि गोयल को 2 करोड़ रुपए के शुरूआती भुगतान के लिए कुमार ने मंजूनाथ से संपर्क साधा। इसमें कहा गया है कि मंजूनाथ केवल 90 लाख रुपये का बंदोबस्त कर सके जिसे 3 मई को चंडीगढ़ में गोयल को दिया जाना था।

प्राथमिकी के मुताबिक, ‘राहुल यादव, समीर सनधीर और सुशील डागा ने महेश कुमार, मंजूनाथ और अन्य के साथ साजिश रचते हुए चंडीगढ़ में 90 लाख रुपये की रिश्वत देने का बंदोबस्त किया। सूत्र ने बताया कि दो करोड़ रुपये की तत्काल मांग में से शेष राशि संदीप गोयल को देने के लिए महेश कुमार को 3-4 दिन में व्यवस्था करनी थी।’ इसमें कहा गया कि कुमार ने मंजूनाथ और गोयल के साथ आपराधिक साजिश रचते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उनके पक्ष में काम करेगा।

First Published: Saturday, May 4, 2013, 19:34

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