Last Updated: Thursday, March 15, 2012, 08:31
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कहा कि यदि स्थितियों की मांग हुई तो सरकार रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी के बदलाव पर विचार करेगी। वहीं, रेल बजट में यात्री किराया बढ़ाए जाने पर ममता बनर्जी की नाराजगी के बाद रेल मंत्री के इस्तीफा की खबरों के बीच तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि दिनेश त्रिवेदी को इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया है।
लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के संसदीय पार्टी के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने कभी भी दिनेश त्रिवेदी को इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा। यह एक ऐसा विषय है जिसे तृणमूल नेता और प्रधानमंत्री के बीच सुलझाया जाना चाहिए। पार्टी की नेता और प्रधानमंत्री इस विषय को सुलझाएंगे। वहीं, रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने कहा है कि उन्होंने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। यदि ममता बनर्जी या प्रधानमंत्री इस्तीफे के लिए कहेंगे तो वे इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।
मनमोहन सिंह ने संसद भवन से बाहर संवाददाताओं से आज कहा कि अगर स्थिति पैदा होती है तब सरकार दिनेश त्रिवेदी को हटाने पर विचार करेगी। संसद भवन परिसर में मनमोहन ने संवाददाताओं से कहा कि अगर ऐसी कोई स्थिति आती है, तब हम इस पर विचार करेंगे। प्रधानमंत्री से पूछा गया था कि क्या वह त्रिवेदी को हटाने पर विचार करेंगे, जिनसे रेल यात्री किराये में वृद्धि करने के रेल बजट में किए गए प्रस्ताव से ममता नाराज हैं।
उधर, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है कि पार्टी के अनुशासन से ऊपर कोई नहीं है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार पार्टी के विधायक दल की बैठक के दौरान ममता ने कहा कि पार्टी अनुशासन से ऊपर कोई नहीं है। दिनेश त्रिवेदी ने ना मुझसे और न ही मुकल रॉय से विमर्श किया था। उनका मानना है कि रेल किराये में इजाफे से आम आदमी पर बोझ पड़ेगा। पार्टी के विधायकों और अन्य नेताओं ने भी पार्टी प्रमुख का समर्थन किया और त्रिवेदी की आलोचना की।
तृणमूल नेता ने कहा कि संप्रग-2 पूरी तरह से स्थिर है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी। बंदोपाध्याय ने कहा कि वह इस विषय पर तृणमूल नेता के रूप में अपना विचार रख रहे हैं, केंद्रीय मंत्री के रूप में नहीं।
उधर, रेल मंत्री को बदले जाने के मुद्दे पर कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस के बीच बातचीत का दौर जारी है। सुदीप बंदोपाध्याय आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा से इतर वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी से विचार विमर्श करते देखे गए। सदन में अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा जब चल रही थी तो तृणमूल कांग्रेस नेता बंदोपाध्याय संभवत: इस मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए मुखर्जी के पास गए। वित्त मंत्री इस मसले पर उन्हें कुछ सलाह देते दिखे। बंदोपाध्याय ने इस पर एक नोटपैड लिया और उस पर कांग्रेस नेता द्वारा सुझाई गई बातों को लिखते नजर आए। उसके तुरंत बाद बंदोपाध्याय अपनी सीट पर गए और पार्टी के अन्य सदस्यों से कुछ बातचीत करते दिखे।
पार्टी के अन्य सदस्यों में मुकुल राय भी शामिल थे जिनका नाम पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने त्रिवेदी के स्थान पर नए रेल मंत्री के रूप में सुझाया बताया जाता है। इसके बाद पार्टी सदस्य सदन से उठकर चले गए। तेजी से सदन से बाहर जाते दिखे पार्टी सदस्यों में तृणमूल के पूर्व मुख्य सचेतक कल्याण बनर्जी और काकोली घोष दस्तीदार भी शामिल थे। मुखर्जी भी इसके कुछ ही सेकेंड बाद सदन से बाहर चले गए।
वित्त मंत्री ने इससे पूर्व सुबह लोकसभा में एक बयान दिया था कि त्रिवेदी ने इस्तीफा नहीं दिया है लेकिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ममता बनर्जी की ओर से रेल मंत्री को बदले जाने के संबंध में एक संदेश मिला है जिस पर ‘सक्रियता से विचार’ हो रहा है।
माना जा रहा है कि यात्री किराए में वृद्धि से नाराज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व पार्टी प्रमुख ममता ने बुधवार की रात प्रधानमंत्री से त्रिवेदी को हटाकर उनके स्थान पर उन्हीं की पार्टी के एक अन्य नेता मुकुल रॉय को नियुक्त करने को कहा है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 16, 2012, 13:19