Last Updated: Wednesday, January 25, 2012, 03:32
ज़ी न्यूज ब्यूरोरालेगण सिद्धि : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की इस टिप्पणी से ताजा विवाद उत्पन्न हो सकता है जिसमें उन्होंने कहा कि जब किसी व्यक्ति के भ्रष्टाचार सहन करने की शक्ति समाप्त हो जाती है तो उसके पास थप्पड़ के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचता।
अन्ना हजारे ने आम आदमी के भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई पर आधारित हिंदी फिल्म ‘गली गली चोर है’ देखने के बाद रालेगण में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘जब व्यक्ति की सहन शक्ति समाप्त हो जाती है तो आपके सामने जो भी हो, यदि थप्पड़ जड़ दिया जाए तो उसका दिमाग सही हो जाता है। अभी के हालात में अब यही एकमात्र रास्ता बच गया है।’ अन्ना के लिए इस फिल्म को विशेष रूप से उनके गांव रालेगण सिद्धि में प्रदर्शित किया गया था। इस मौके पर फिल्म के निर्माण दल के सदस्य भी उपस्थित थे।
अन्ना के इस बयान के बाद सियासी महकमे में एक बार फिर उबाल आएगा। मालूम हो कि हाल ही में राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री शरद पवार को एक शख्स ने थप्पड़ जड़ दिया था। तब भी अन्ना की प्रतिक्रिया, 'बस एक ही थप्पड़ मारा' पर बड़ा बवाल हुआ था। नेताओं ने अन्ना पर हमला बोलते हुए यहां तक कह दिया था कि अन्ना हजारे अहिंसक आंदोलन चलाने का पाखंड करते हैं। अन्ना के इस ताजा बयान से भी टीम अन्ना पर एक बार फिर हंगामा खड़ा होना तय है।
First Published: Wednesday, January 25, 2012, 17:46