Last Updated: Friday, July 12, 2013, 20:44
अहमदाबाद/नई दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बयान देकर सियासी हंगामा खड़ा कर दिया है कि 2002 में दंगे के दौरान उन्होंने ‘बिल्कुल सही काम’ किया था। इसके साथ ही उन्होंने अपने को ‘हिन्दू राष्ट्रवादी’ बताया।
संवाद एजेंसी रॉयटर्स के साथ साक्षात्कार में मोदी की टिप्पणी पर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, माकपा, भाकपा और जदयू ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने दंगों के मामले में कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उन्हें ‘पूरी तरह से क्लीन चिट’ दी थी। दंगों को लेकर अफसोस होने के बारे में पूछे जाने पर गुजरात के कद्दावर नेता की इस टिप्पणी कि अगर ‘पिल्ला भी गाड़ी के नीचे आ जाता है’ तो दुख होता है, की तीखी आलोचना हुई है और सपा ने उनपर आरोप लगाया कि उन्होंने मुस्लिमों की तुलना पिल्लों से की है। कांग्रेस और सपा ने मांग की है कि वह तुरंत देश से माफी मांगे।
मोदी की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने कहा कि इस टिप्पणी से ‘विकृत मानसिकता’ प्रदर्शित होती है और यह ‘पूरी तरह से भारत की सोच के खिलाफ है।’ कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख अजय माकन ने उनकी टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा, ‘2002 के दंगों में हजारों लोगों की जानें चली गयीं और इस पृष्ठभूमि में नरेंद्र मोदी द्वारा प्रयुक्त तुलना निंदनीय है। सभ्य भारत में ऐसी तुलना के लिए कोई स्थान नहीं है।’
सपा प्रवक्ता कमाल फारूकी ने कहा, ‘यह काफी दुखद, अत्यंत अपमानजनक और काफी परेशान करने वाला बयान है..मोदी क्या सोचते हैं कि मुसलमान पिल्लों से भी गए-गुजरे हैं? उनके पास मुसलमानों के लिए कोई भावना नहीं है। उन्हें दुख होना चाहिए, उन्हें माफी मांगनी चाहिए।’ सपा नेता ने कहा, ‘उन्हें (मोदी को) ऐसी भाषा के इस्तेमाल के लिए शर्म आनी चाहिए। वह जितनी जल्दी माफी मांगें, उतना बेहतर होगा। वरना इसके गंभीर परिणाम होंगे।’
कांग्रेस नेता और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि मोदी ‘धीरे-धीरे अपने सबसे बड़े दुश्मन होते जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि अगर उन्हें लगता है कि उनकी बात की गलत व्याख्या की गयी है तो उन्हें कम बोलना चाहिए। मोदी पर हमला बोलते हुए बृंदा करात ने कहा कि मोदी की ओर से खेद का भाव नहीं है और वह जो कह रहे हैं, मौलिक रूप से वह गलत है। भाकपा नेता डी. राजा ने मोदी की टिप्पणी को भारत के आम लोगों की आंखों में धूल झोंकने का व्यग्र प्रयास है।
हाल ही में भाजपा से नाता तोड़ने वाले जदयू के शिवानंद तिवारी ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका मनोविश्लेषण कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कोई व्यक्ति देश का प्रधानमंत्री बनता है तो यह काफी खतरनाक स्थिति होगी। मोदी के बचाव का प्रयास करते हुए भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि उनकी टिप्पणी की पूरी तरह से गलत व्याख्या की गयी जिससे विवाद पैदा हो गया। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 12, 2013, 20:44