Last Updated: Tuesday, January 10, 2012, 10:26
नई दिल्ली : भारत के 8 से 9 प्रतिशत की दर से विकास करने का उल्लेख करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि इस दर को बनाए रखने के लिए देश में जरूरी दक्ष मानव संसाधन की कमी है। सिब्बल ने कहा, ‘भारत में 30 करोड़ लोगों का मजबूत मध्यम वर्ग है, जो लगभग अमेरिका की आबादी के बराबर है। इसके अलावा एक बड़ी आबादी ऐसे लोगों की है जो मध्यम वर्ग में शामिल हो सकते हैं।’
उन्होंने कहा कि देश में आधारभूत ढांचे के विकास के लिए एक खरब डॉलर के निवेश की जरूरत है, जबकि अगले दशक में शिक्षा के क्षेत्र में 400 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि देश के विकास के लिए शैक्षणिक प्रगति, आर्थिक विकास के समान ही महत्वपूर्ण है। बाधवानी फाउंडेशन और वर्जिनिया फाउंडेशन सामुदायिक कालेज के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर से संबंधित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिब्बल ने कहा, ‘अमेरिका में दक्ष मानव संसाधन हैं, लेकिन रोजगार के अवसर कम हो रहे हैं। दूसरी ओर भारत में रोजगार के अवसर हैं लेकिन दक्ष मानव संसाधन की कमी है।’ उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भारत और अमेरिका एक दूसरे के साथ सहयोग कर सकते हैं।
सिब्बल ने कहा, ‘भारत में अभी 22 करोड़ बच्चे स्कूल जाते हैं जबकि महज 1.5 करोड़ ही कालेजों तक पहुंच रहे हैं। यह बहुत बड़ा अंतर है जिसे पाटना हमारे समक्ष महत्वपूर्ण चुनौती है।’ उन्होंने कहा कि शिक्षा को रोजगारपरक बनाना और दक्षता उन्नयन एक महत्वपूर्ण चुनौती है जिसे सामुदायिक कालेजों के माध्यम से दूर किया जा सकता है। सामुदायिक कालेज दक्षता उन्नयन के केंद्र के रूप में काम कर सकते हैं। कार्यक्रम को भारत में अमेरिका के राजदूत पीटर बर्गलिघ, सेनेटर मार्क वार्नर और वर्जीनिया फाउंडेशन सामुदायिक कालेज के कुलपति डा. ग्लेन डूब्यास ने भी संबोधित किया।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 10, 2012, 15:56