Last Updated: Friday, March 9, 2012, 10:11
नई दिल्ली: दक्षिण एशिया को तेज से विकसित होते उप क्षेत्रों में से एक बताते हुए भारत ने शुक्रवार को कहा कि राजनीतिक मतभेदों के चलते यहां की क्षेत्रीय एकीकरण की प्रक्रिया बाधित नहीं होनी चाहिए।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने तीसरी एशियाई संबंध बैठक एशियन रिलेशन्स कॉन्फ्रेन्स का उद्घाटन करते हुए कहा ‘हमें अपने मतभेदों के चलते दक्षिण एशिया के एकीकरण की प्रक्रिया को बाधित नहीं होने देना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में उग्रवाद, कट्टरपंथ, आतंकवाद और चरमपंथ की समस्या है। ‘लेकिन इनमें से कोई भी मुद्दा दक्षिण एशिया को बीते दशक के दौरान दुनिया में तेजी से विकसित होते उप क्षेत्रों में से एक के तौर पर उभरने से नहीं रोक पाया।’ मेनन ने कहा कि यह बड़ा प्रश्न है कि क्या क्षेत्र में राजनीतिक अस्थिरता और सुरक्षा संबंधी उन चुनौतियों जैसे मुद्दों के हल के लिए संस्थान हैं जिनका आज यह क्षेत्र सामना कर रहा है।
उन्होंने बैठक में आए शोधार्थियों से दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिए सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं में सहयोग पर चर्चा करने का अनुरोध किया ताकि आतंकवाद, नौवहन सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे मुद्दों का हल निकल सके।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 9, 2012, 15:41