दक्षिण-पूर्वोत्तर में ताकत बढ़ा रही BJP : राजनाथ

दक्षिण-पूर्वोत्तर राज्यों में ताकत बढ़ा रही BJP : राजनाथ

दक्षिण-पूर्वोत्तर राज्यों में ताकत बढ़ा रही BJP : राजनाथनई दिल्ली : अगले चुनाव में राजग के खाते में अधिक से अधिक संख्या में सीटें जोड़ने और कांग्रेस नीत संप्रग गठबंधन से सत्ता छीनने की कवायद के तहत भाजपा दक्षिणी राज्यों एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र में अपनी चुनावी संभावनाओं को बेहतर बनाने पर जोर दे रही है।

भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, ‘कर्नाटक में हमारी सरकार है और हम राज्य में पिछले चुनाव में जीती गई सीटों को बरकरार रखने का प्रयास करेंगे। आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में हमारी स्थिति पिछले चुनाव से बेहतर हो सकती है और इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘पूर्वोत्तर क्षेत्र से पिछली बार चार सांसद निर्वाचित हुए और हमें उम्मीद है कि इस बार सीटें बढ़ेंगी।’ भाजपा अध्यक्ष से अगले आम चुनाव में दक्षिणी राज्यों एवं पूर्वोत्तर में राजग की संभावनाओं के बारे में पूछा गया था।

यह पूछे जाने पर कि कई लोगों का मानना है कि कर्नाटक में पार्टी में आंतरिक कलह होने के कारण अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ सकता है।

सिंह ने स्वीकार किया कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के भाजपा से अलग होने और नयी पार्टी बनाने से उनकी पार्टी के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ेगा। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ हम नुकसान के स्तर का आकलन नहीं कर सकते लेकिन अगर कोई नुकसान होता है तब भी हम उसकी भरपाई करने की कोशिश करेंगे।’’

सिंह ने कहा कि 2014 के आम चुनाव में पार्टी कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की विफलताओं को लोगों के सामने रखेगी और उन्हें यह बतायेगी कि सत्ता में आने पर वह कौन कौन से कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने पर जोर देगी।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम लोगों को बतायेंगे कि अगर हम केंद्र में सत्ता में आते हैं, तब हम क्या करेंगे।’’ कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के सभी मोचरे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा, ‘‘ वे आर्थिक, सुरक्षा और राजनयिक सभी मोचरे पर विफल रहे हैं। लेकिन हम सरकार की विफलताओं पर ही चुनाव नहीं लड़ेंगे। केवल नकारात्मक बातें नहीं बल्कि राजनीतिक विषयों पर चुनाव लड़ेंगे।’’

सिंह ने कहा कि भाजपा के लिए यह जरूरी है कि वह अपने संगठनात्मक ढांचे को अधिक सक्रिय एवं प्रभावी बनाये।

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार की सबसे बड़ी खामी यह है कि वहां सत्ता का कोई एक केंद्र नहीं है। सिंह ने कहा, ‘‘ वहां सत्ता के दो केंद्र है जो सभी समस्याओं का कारण है। लेकिन अन्य राजनीमिक दलों में ऐसी कोई प्रणाली नहीं है। जो भी प्रधानमंत्री बनता है, उसके पास पूरा अधिकार होता है।’’

उन्होंने जोर देकर कहा कि पिछले दो दशकों में भाजपा मजबूत होकर उभरी है। उन्होंने कहा, ‘‘ अगर आप भाजपा के बारे में बात करते हैं तब भाजपा दो दशक पहले की तुलना में मजबूत हुई है। लेकिन इस अवधि में कांग्रेस कमजोर हुई है।’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि किसी भी गठबंधन सरकार में क्षेत्रीय दलों का महत्व होता है और 2014 के चुनाव में कुछ ऐसी ही स्थिति सामने आ सकती है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, February 24, 2013, 12:50

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