Last Updated: Tuesday, November 8, 2011, 07:59
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मालदीव की चार दिन की यात्रा पर बुधवार को रवाना होंगे। प्रधानमंत्री वहां अपने पाकिस्तानी समकक्ष युसुफ रजा गिलानी से भी मुलाकात करेंगे जिसपर सबकी निगाहें टिकी हैं।
विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिव शंकर मेनन और विदेश सचिव रंजन मथाई भी प्रधानमंत्री के साथ मालदीव जा रहे हैं। मनमोहन सिंह मालदीव के अद्दू द्वीपों में 10 और 11 नवंबर को होने वाले दक्षेस शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री द्विपक्षीय यात्रा पर मालदीव की राजधानी माले पहुंचेंगे।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान सारी निगाहें सिंह और गिलानी के बीच होने वाली मुलाकात पर रहेंगी। यह बैठक 11 नवंबर को होने की संभावना है। इस बैठक में पाकिस्तान द्वारा भारत को सर्वाधिक तरजीही देश का दर्जा दिए जाने के बाद के परिप्रेक्ष्य में द्विपक्षीय संबंधों पर विचार किया जाएगा।
हालांकि पाकिस्तान अभी अपने इस फैसले को लेकर ऊहापोह की स्थिति में है और इस बैठक के बाद इस संबंध में उसकी स्थिति साफ होने की संभावना है। सिंह और गिलानी के बीच इससे पहले मार्च में मोहाली में मुलाकात हुई थी, जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री दोनो देशों के बीच खेला गया विश्व कप क्रिकेट सेमीफाइनल मुकाबला देखने भारत आए थे। इससे पहले दोनों नेता अप्रैल-2010 में भूटान दक्षेस शिखर सम्मेलन के दौरान मिले थे।
सिंह-गिलानी के बीच होने वाली मुलाकात में जिन मामलों पर बातचीत होने की संभावना है उनमें मुंबई हमले की साजिश रचने वालों को कानून के दायरे में लाने की दिशा में पाकिस्तान द्वारा किए गए प्रयास का मसला शामिल है। यात्रा के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए मथाई ने कहा कि भारत और पाकिस्तान में बीच द्विपक्षीय संबंधों में बेहतरी के संकेत हैं। इस संदर्भ में उन्होंने पाकिस्तान द्वारा भारत को एमएफएन दर्जा दिए जाने का जिक्र किया।
दक्षेस के इस 17वें सम्मेलन में चार महत्वपूर्ण समझौतों को अंतिम रूप दिया जाने वाला है। इनमें दो समझौते क्षेत्रीय मानकों के हैं, एक प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र स्थापित करने से संबंधित है और चौथा एक दक्षेस बीज बैंक की स्थापना से जुड़ा है।यात्रा के दौरान कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है और वह मालदीव की संसद मजलिस को संबोधित करेंगे।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 8, 2011, 14:26