Last Updated: Thursday, September 1, 2011, 13:03

सीबीआई ने 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले के मामले में पूर्व केन्द्रीय दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन को क्लीन चिट दी है. सीबीआई ने गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट में प्रगति रिपोर्ट पेश की. रिपोर्ट के मुताबिक मारन के खिलाफ 2001 से 2007 के बीच पक्षपातपूर्ण तरीके से लाइसेंस आवंटित करने के सबूत नहीं मिले हैं.
न्यायाधीश जी एस सिंघवी और न्यायाधीश एके गांगुली की पीठ के समक्ष सीबीआई ने कहा कि एस्सार और लूप टेलीकॉम धोखाधड़ी की दोषी हैं.
सीबीआई ने कहा कि एनडीए सरकार के समय लाइसेंस दिए जाने की भी जांच की जाएगी. पूर्व दूरसंचार मंत्री अरूण शौरी के कार्यकाल के समय आवंटित किए गए स्पेक्ट्रम की भी जांच की जाएगी. पूर्व वित्त मंत्री जसवंत सिंह से भी पूछताछ की जाएगी. शौरी और जसवंत सिंह भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में मंत्री थे.
First Published: Thursday, September 1, 2011, 18:33