Last Updated: Sunday, July 29, 2012, 20:50
मुंबई : पुलिस ने आज कहा कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सैयद अंसारी उर्फ अबू जुंदाल ने जांचकर्ताओं को बताया है कि पाकिस्तान स्थित आतंकी प्रशिक्षण शिविर में संगठन के सरगनाओं ने 26/11 के साजिशकर्ता डेविड हेडली को ‘कुशल कार्यकर्ता’ दाउद खान के तौर पर उससे मिलवाया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जुंदाल ने यह भी बताया कि लश्कर के सरगना हेडली के सुझावों को काफी महत्व दे रहे थे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘जुंदाल जब हेडली से मिला तो लश्कर के लोगों ने उसे कहा कि उसका नाम दाउद खान है। जुंदाल ने हेडली से ज्यादा मुलाकात नहीं की लेकिन जब हेडली गिरफ्तार हुआ तो जुंदाल ने उसका नाम अखबार में पढ़ा और तब उसे असली नाम की जानकारी मिली।’ जुंदाल ने जब हेडली के बारे में और जानकारी हासिल की तो उसे पता चला कि हेडली का असली नाम दाउद गिलानी है और उसने सुरक्षा एजेंसियों के संदेश से बचने के लिए एक अंग्रेजी नाम चुना।
पुलिस अधिकारी ने जुंदाल के बयान का हवाला देते हुए बताया कि हेडली को लश्कर का काफी कुशल कार्यकर्ता बताया गया और हमेशा उसके सुझावों को बहुत गंभीरता से लिया गया। गौरतलब है कि जुंदाल को दिल्ली से यहां लाए जाने के बाद मुंबई पुलिस ने 21 जुलाई को उसे 26/11 मामले में गिरफ्तार किया। दिल्ली में उसे एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था। हथियारों की तस्करी, वर्ष 2010 के जर्मन बेकरी विस्फोट और नासिक पुलिस अकादमी पर हमले की योजना जैसे महाराष्ट्र के कई अन्य मामलों में भी उसकी तलाश थी।
पुलिस की ओर से 26/11 आतंकी हमले के सिलसिले में उससे पूछताछ के बाद ही अन्य मामलों में पुलिस को हिरासत दी जाएगी। अमेरिका के शिकागो स्थित एक अदालत में हेडली ने आतंक के 12 मामलों में अपना दोष कबूल कर लिया था जिसमें 26/11 के आतंकी हमले में उसकी संलिप्तता भी शामिल है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, July 29, 2012, 20:50