Last Updated: Friday, August 30, 2013, 23:14

रायपुर : भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने कहा है कि चुनाव आयोग दागियों के चुनाव लड़ने के मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का पालन करेगा। संपत ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दागियों के चुनाव लड़ने को लेकर उच्चतम न्यायालय ने जो निर्देश दिया है चुनाव आयोग उसका पालन करेगा।
उन्होंने कहा कि देश के पांच राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और दिल्ली में आने वाले महीनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। दागियों को चुनाव लड़ने को लेकर उच्चतम न्यायालय ने निर्देश दिया था। चुनाव आयोग इस मामले में उच्चतम न्यायालय के आज तक की स्थिति में दिए गए निर्देशों का पालन करेगा।
संपत ने बताया कि विधानसभा के चुनावों को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग पिछले दो दिनों से छत्तीसगढ़ में है। इस दौरान यहां के राजनीतिक दलों और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली गई। उन्होंने बताया कि वर्तमान स्थिति में राज्य में एक करोड़ 67 लाख मतदाता हैं। जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 85 लाख तथा महिलाओं की संख्या 82 लाख है। राज्य में 21 हजार 418 मतदान केंद्र हैं। वहीं चुनाव में एक लाख 10 हजार कर्मियों की आवश्यकता होगी। राज्य में 99 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं का परिचय पत्र तैयार किया जा चुका है। संपत ने कहा कि चुनाव आयोग राज्यों में भयमुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राज्य के जिन जिलों में सुरक्षा को लेकर धमकी आदि की शिकायत है, उन जिलों में मतदाताओं के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा जिनसे वह भयमुक्त होकर इन चुनावों में भाग ले सके। उन्होंने बताया कि राज्यों में होने वाले चुनावों में प्रत्याशियों द्वारा किए गए खर्चे की निगरानी के लिए आयकर विभाग के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा जिससे चुनाव खर्च पर नजर रखी जा सके।
संपत ने बताया कि पेड न्यूज के संबंध में चुनाव आयोग नजर रखेगा तथा ऐसी शिकायतों दूर करने के लिए जिला और राज्य स्तर पर कमेटियों का गठन किया जाएगा। वहीं चुनाव के दौरान पैसे और शराब बांटने जैसी शिकायतों की रोकथाम के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव के दौरान चुनाव को प्रभावित करने के लिए बड़े पैमाने पर राशि की आवाजाही की भी आशंका रहती है। इसे रोकने के लिए आयकर विभाग की मदद से रायपुर विमानतल और जहां से रायपुर के लिए विमानों की आवाजाही होती है इन विमानतलों में चौकसी बरती जाएगी और जरूरत पड़ने पर यात्रियों की तलाशी भी ली जाएगी।
संपत ने कहा कि राज्य के कई हिस्से नक्सल प्रभावित हैं। उन जिलों में भयमुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग हरसंभव प्रयास कर रहा है। इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती को लेकर देश के गृहसचिव से भी बातचीत की जाएगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के साथ बैठक के दौरान कुछ राजनीतिक दलों ने आचार संहिता के पालन कराने में अधिकारियों द्वार कोताही बरतने और भेदभाव करने का आरोप लगाया है। आयोग ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह आचार संहिता के दौरान किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं बरते और गंभीरता से इसका पालन किया जाए। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 30, 2013, 23:14