Last Updated: Friday, September 23, 2011, 17:55
गुड़गांव : कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री वसंत साठे का शुक्रवार को हृदयाघात से निधन हो गया. वह 86 वर्ष के थे. उन्होंने देर शाम सीने में दर्द की शिकायत की थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के अनुसार उनका निधन शाम 7.50 बजे के करीब हुआ. साठे का जन्म महाराष्ट्र के नासिक में पांच मार्च 1925 को हुआ था. वह वर्ष 1972 में अकोला से तथा वर्ष 1980 से 91 तक वर्धा से लोकसभा के सांसद रहे. साठे का शव ‘अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)’ को दान कर दिया जाएगा. साठे के दामाद उदय बोधांकर ने बताया कि उनकी इच्छानुसार उनका शव एम्स को दान किया जाएगा.
पेशे से वकील वसंत साठे इंदिरा गांधी की कैबिनेट में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री के पद पर रहे थे. राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटील और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने साठे के निधन पर शोक व्यक्त किया है. प्रतिभा ने कहा, ‘मैं साठे की निधन से बेहद शोकाकुल हूं.’ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा, ‘वसंत साठे पार्टी के वरिष्ठ नेता थे जो अपने खुले विचारों के लिए जाने जाते थे.’
साठे गुड़गांव के सुशांत लोक फेज-1 में अपने बेटे सुभाष साठे के साथ रह रहे थे. साठे के फैमिली डॉक्टर कर्नल बी. कालरा के अनुसार, शाम करीब 7:15 बजे वसंत साठे बाथरूम गए और उसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा. आनन-फानन में उन्हें गुड़गांव के अटिर्मिस्ट अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. 25 साल पहले विश्व के मशहूर सर्जन डॉ. डैंटन कुली ने उनकी बाईपास सर्जरी की थी. उसके बाद उनकी एलवी एन्ड्रॉर सर्जरी भी हो चुकी थी. उनकी 3 बार एन्जियो प्लास्टी भी हो चुकी थी.
86 वर्षीय वसंत साठे 1982 में भारत में आयोजित किये गए एशियन गेम्स के दौरान सूचना और प्रसारण मंत्री का कार्यभार थे. उन्होंने महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके के अकोला संसदीय क्षेत्र से 1972 में पहली बार संसदीय चुनाव जीता था.
First Published: Saturday, September 24, 2011, 00:26