Last Updated: Wednesday, January 16, 2013, 11:01
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली: आज से ठीक एक महीने पहले दिल्ली गैंगरेप एवं हत्याकांड की जघन्य वारदात हुई थी। इस शर्मनाक कलंक ने पूरे देश में आंदोलन का रुप ले लिया था। इस वारदात के बाद देशभर में लोगों के गुस्से को देखते हुए सरकार ने सुरक्षा के लिए तमाम इंतजाम करने के दावे किए थे। लेकिन हकीकत की जमीन पर ऐसा कुछ भी नहीं दिख रहा है। कलंक का एक महीना हो गया लेकिन अब भी दिल्ली में कुछ खास बदलाव नहीं दिख रहा है।
ज़ी न्यूज ने अपने पड़ताल में पाया कि जिस वारदात से पूरे देश में शर्म से गर्दन झुक गई थी उस वारदात के एक महीने के बाद भी ऑटो, अस्पताल या फिर अन्य जगहों पर कोई खास बदलाव नहीं आया है। दिल्ली में लड़कियों या महिलाओं के साथ बातचीत में ज़ी न्यूज ने पाया कि उन्हें अब भी डर लगता है। दिल्ली में महिलाएं और लड़कियां अभी भी खौफ में जीती है।
इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि इस केस को जल्द ही फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर अंजाम तक पहुंचाया जाएगा लेकिन विडंबना यह है कि इस जघन्य गैंगरेप और हत्याकांड के केस को अभी तक फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी पेश नहीं किया जा सका है। जिससे पीड़िता और उसके परिजानों को जल्द उचित न्याय मिलने की उम्मीदें धूमिल हो गई है। अब देखना यह होगा कि इस केस को कितनी जल्द उक्त कोर्ट में ले जाकर सुनवाई आरंभ की जा सके।
पिछले महीने (दिसंबर,2012) की 16 तारीख को एक चार्टर्ड बस में सवार हुई एक लड़की के साथ गैंगरेप की घटना के साथ ही उसके दोस्त के साथ भी बुरी तरह मारपीट की गई थी। इसके बाद दोनों को चलती बस से नीचे फेंक दिया गया था।
सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में इलाज के दौरान 29 दिसंबर को गैंगरेप पीड़ित लड़की की मौत की खबर आई। इस घटना को लेकर देशभर में लोगों का गुस्सा प्रदर्शन के रूप में सामने आया था।
First Published: Wednesday, January 16, 2013, 09:45